करोड़पति विधायक ने लखपतियों को दी आर्थिक सहायता, मीडिया को किया मैनेज

राकेश शर्मा/शिवपुरी। अंचल भर में पत्ते वाले परिवार के नाम से प्रसिद्ध कोलारस विधायक देवेन्द्र जैन ने अपने विधायिकी कार्यकाल में स्वयं करोड़ापति होते हुए गरीब-निराश्रित और किसानों को छोड़कर ऐसे लोगों को आर्थिक सहायता मुहैया कराई है जो स्वयं इन्कमटैक्स भरते है और लखपतियों की श्रेणी में आते है तो वहीं दूसरी ओर इस मामले को दबाने के लिए उन्होंने कोलारस के कुछ मीडियाकर्मियों को भी उपकृत करने का कार्य भी किया।

बावजूद इसके मामला छिपा नहीं रह पाया और शिवपुरीसमाचार.कॉम तक पहुंच ही गया।। सब जगह सबदूर चर्चा है कि एक करोड़ापति विधायक जिसे हजारों की जनता अपने मत के द्वारा चुनती है उनकी सेवा करने के बजाए उन्होंने लखपतियों को आर्थिक सहायता प्रदाय कर अपनों को उपकृत किया है निश्चित रूप से जनता के बीच विधायक जैन की विश्वसनीयता घटने का एक प्रमुख कारण यह भी है।

कोलारस विधानसभा क्षेत्र के विधायक देवेन्द्र जैन ने अपने विधायकी कार्यकाल में म.प्र. सरकार की मंशा के अनुरूप गरीब, असहाय निर्धन एवं परित्यागता को दी जाने वाली स्वेच्छानुदान आर्थिक सहायता का भुगतान ऐसे लोगों को किया है जो कि इनकम टैक्स पेयी हैं। इसके अलावा भाजपा के कार्यकर्ताओं एवं मीडियाकर्मियों को उपकृत करने के लिए भी देवेन्द्र जैन ने स्वेच्छानुदान राशि का खुले तौर पर दुरूपयोग किया है।

कार्यालय कलेक्ट्रेटर जिला योजना सांख्यिकी विभाग के पत्र क्रमांक 196/2009 जि.यो.सा./बी/स्वे के मुताबिक 2008 से लेकर 2013 तक जिन लोगों को स्वेच्छानुदान राशि देने की अनुशंसा की है उस सूची में ऐसे कई नामचीन लोग शामिल हैं जो कि इनकम टैक्स देते हैं। इसके अलावा कई ऐसे नाम उस सूची में शामिल हैं जो भाजपा के कार्यकर्ता हैं। इससे यह प्रतीत होता है कि सरकार के धन का कितना बड़ा दुरूपयोग स्वेच्छानुदान के नाम पर विधायक देवेन्द्र जैन ने अपने कार्यकाल में किया है।

कोलारस विधासभा के संदर्भ में स्वच्छानुदान आर्थिक सहायता को लेकर जब आरटीआई के माध्यम से जानकारी प्राप्त की गई तो उससे यह तथ्य उजागर हुआ कि विधायक ने अपने स्वेच्छानुदान राशि को 5 साल में जरूरतमंदों के अलावा अपने समर्थकों को उपकृत करने के लिए भी उपयोग किया है और यह म.प्र. शासन के पत्र क्रमांक बल्लभ भवन/रा.से.पा./नि.ओ.जा./1326 के द्वारा जारी गाईड लाइन के पैरा नंबर 14 के मुताबिक सीधा-सीधा उल्लंघन हैं जिनमें सुरक्षा अनुदान लेने वाले इनकम टैक्स पेयी व्यक्ति एवं स्वेच्छानुदान देने वाले विधायक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का प्रवधान है।

इन सब बातों की परवाह न करते हुए विधायक देवेन्द्र जैन ने जिन लोगों को स्वच्छानुदान राशि दी है उसमें 2009-10 में उसमें श्रीराम गोयल पुत्र सुघनचंद गोयल वार्ड 19 बदरवास 4000, इसके अलावा नीरज कुमार जैन पुत्र ऋषी कुमार जैन खतौरा 4000, कोलारस में भाजपा के नगर पंचायत में एल्डरमैन रहे घनश्याम दास विरला पुत्र ओमकार लाल गर्ग 4000, इसके अलावा विष्णु टेडर्स के नाम से कोलारस मण्डी में काम करने वाली फर्म जिसका एक करोड साल का टर्नओव्हर है उसके मालिक विष्णु अग्रवाल पुत्र मदनलाल  कोलारस को 5000, इसके बाद शैलेष जैन पुत्र श्यामशंकर जैन कोलारस पत्रकारों की सूची में भी कई नामचीन समाचार पत्रों से जुडे पत्रकार हैं जिन्हें पांच-पांच हजार रूपये के चैक 2010-11 एवं 2012-13 में विधायक देवेन्द्र जैन की अनुशंसा पर प्राप्त हुए हैं।

इसके अलावा विधायक प्रतिनिधि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोलारस में विधायक प्रतिनिधि सुरेश जैन पुत्र श्रीचंद जैन युवा मोर्चा के मण्डल अध्यक्ष अवध पुत्र लखन बोहरे रन्नौद एवं उनके परिवार के सदस्य आशीष बोहरे पुत्र द्वारिका बोहरे रन्नौद को भी पांच-पांच हजार रूपये का चैक विधायक की अनुशंसा पर प्राप्त हुआ है। आरटीआई के माध्यम से जो सूची भारतमत ने प्राप्त की है उसमें 2008 से लेकर 2013 तक लगभग 1650 लोगों के नाम हैं जिसमें सर्वाधिक आदिवासी समुदाय के लोगों के साथ-साथ 100 से ऊपर ऐसे नाम हैं जिन्हें पांच साल में विधायक देवेन्द्र जैन ने उपकृत किया जो या तो भाजपा के कार्यकर्ता और मीडियाकर्मी हैं और मजबूत आर्थिक स्थिति वाले लोग या फर्में  भी शमिल हैं यह इस बात को प्रमाणित करता है कि विधायक के माध्यम से अपनी स्वेच्छानुदान राशि का जो सरकार असहाय, निर्धन एवं जरूरतमंदों को दिलवाना चाहती है उसे उन्होंने पूरे तौर पर खुला दुरूपयोग किया है। यदि इस मामले में आगे कार्रवाई की जाती है तो निश्चित तौर पर विधानसभा कोलारस के वर्तमान विधायक देवेन्द्र जैन को किसी न्यायालयीन कार्रवाई से भी गुजरना पड सकता है।

इनका कहना है
विष्णु टेडर्स फर्म के मालिक ने दूरभाष पर जानकारी देते हुए बताया कि वह इनकम टैक्स पेयी हैं और उनकी फर्म मण्डी में काम करती है। जब उनसे पूछा गया कि आप विधायक के माध्यम से दी जाने वाली स्वेच्छानुदान वाली राशि क्यों प्राप्त करते हैं तो उनका कहना था कि यह तो विधायक की मर्जी है कि वह किसी स्वेच्छानुदान राशि दे।
विष्णु अग्रवाल
व्यापारी कोलारस

जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देवेन्द्र जैन विधायक ने शासकीय योजनाओं से मिलने वाली राशि का भाजपाईकरण किया है। आदिवासियों के चबूतरे बनवाकर उसे भाजपा के रंगों में पुतवाया है। 70 हजार रूपये के चैक पंचायतों को देने के बाद फिर उनसे 15 हजार रूपये वसूल करने के बाद कढाई और कम्बल बांटे हैं इसकी शिकायत हमने चुनाव आयोग को कर दी है। स्वेच्छानुदान के संबंध में जिला कांग्रेस अध्यक्ष का दो टूक कहना था कि यह कार्रवाई अगर इन्होंने की है और जिस पत्र का हवाला देकर आप बात कर हे हैं तो इसकी शिकायत में चुनाव आयोग को करेंगे और उस सूची का पूरा निरीक्षण करेंगे जिसमें इन्होंने स्वेच्छानुदान की राशि संपन्न लोगों को दी है। यदि यह प्रमाणित हो गया तो हम कानून का रास्ता अपनाकर कोर्ट में ले जाएंगे। जनता के सामने हम इनकी बेहरूपियेपने को कोलारस विधानसभ में पर्चे बांटकर उजागर कर रहे हैं। अब इस मामले को न्यायालय में भी ले जाने से कोई गुरेज नहीं करेंगे।
रामसिंह यादव
जिला कांग्रेस अध्यक्ष शिवपुरी
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