क्रांति रत्न तात्याटोपे समाधि स्थल से बाबा रामदेव देगें राष्ट्र के नाम उद्बोधन

शिवपुरी-कालाधन, भ्रष्टाचार व अन्यायपूर्ण भ्रष्ट व्यवस्था के विरूद्ध जाज्वल्यमान क्रांति का शंखनाद करने वाले योगऋषि, राष्ट्रनायक बाबा रामदेव 17 सितम्बर को एकदिवसीय नि:शुल्क योग शिविर एवं मतदाता जागरण अभियान के माध्यम से शिवपुरी पधार रहे हैं।

कार्यक्रम की जानकारी देते हुए मीडिया प्रभारी नितिन शर्मा ने बताया कि स्वामी रामदेव जी शिवपुरी आगमन पर सर्वप्रथम भारत की आजादी के महायो़द्धा, क्रांतिरत्न वीर तात्या टोपे की समाधि स्थल पर 17 सितंबर की शाम 7 बजे वीर तात्याटोपे को श्रृद्धा नमन करने के पश्चात् राष्ट्र के नाम ऐतिहासिक उद्बोधन देगें। इस अवसर पर स्वामी रामदेव को 1857 में क्रांति के प्रचारक प्रतीक चिन्ह् रहे रोटी और कमल के निशान भेंट किये जावेगें। इस अवसर पर शहर के राष्ट्रभक्त नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वह इन ऐतिहासिक और गौरवशाली क्षणों के साक्षी बन शहर के अतिथि स्वामी रामदेव जी महाराज के राष्ट्रीय चिंतन को सुनने अवश्य पहुंचेे।

1857 की क्रांति के प्रतीक चिन्ह् थे रोटी और कमल के निशान.....

मीडिया प्रभारी नितिन शर्मा ने बताया कि 1857 की क्रांति के दौरान क्रांति के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए क्रांतिकारियों ने रोटी और कमल के निशान को संगठन के प्रतीक के रूप में प्रयोग किया। सेना में संगठन का साधन लाल कमल था और साधारण जनता में यह कार्य रोटी के माध्यम से हुआ। रोटी जात-पात के बंधन को मिटाने तथा कमल रक्त क्रांति तथा शौर्य, संगठन तथा विकास का परिचायक था। स्वामी रामदेव भी स्वदेशी क्रांति, योग क्रांति, अर्थक्रांति के प्रणेता बनकर सामने आये हैं उनका यह संकल्प पूर्ण हो इन्ही शुभकामनाओं के साथ उन्हे यह प्रतीक चिन्ह् भेंट किये जावेगें।


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