पोहरी विधानसभा में इस बार हो सकता है भाई और भाई के बीच मुकाबला !

शिवपुरी। पोहरी विधानसभा क्षेत्र में दो माह बाद होने वाले चुनाव में भाजपा और कांग्रेस की ओर से दो चचेरे भाई एक-दूसरे के विरूद्ध मैदान में उतर सकते हैं। इससे मुकाबला काफी रोचक होने की उम्मीद है।
भाजपा की ओर से विधायक प्रहलाद भारती की उम्मीदवारी जहां लगभग तय मानी जा रही है। वहीं कांग्रेस में सिंधिया खेमे की ओर से उनके चचेरे भाई और पूर्व विधायक जगदीश वर्मा के सुपुत्र प्रद्युम्र वर्मा (पप्पन) को टिकट मिलने के आसार उत्पन्न हो रहे हैं। हालांकि पिछले चुनाव में भाजपा की ओर से प्रहलाद भारती की उम्मीदवारी तय हो जाने के बाद जगदीश वर्मा ने कांग्रेस की ओर से चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया था, लेकिन इस बार यदि कांग्रेस प्रद्युम्र वर्मा की उम्मीदवारी घोषित करती है तो दोनों चचेरे भाईयों के बीच मुकाबला तय माना जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस द्वारा तय किए गए पैनल में जिस तरह से प्रद्युम्र वर्मा को वरीयता मिली है और उनके नाम को सिंधिया लॉबी ने आगे बढ़ाया है। इससे उनके टिकट प्राप्त करने की संभावनाएं बढ़ीं हैं।

पोहरी में जातीगत समीकरण धाकड़ और ब्राह्मण जाति के पक्ष में हैं। बताया जाता है कि इस विधानसभा क्षेत्र में 25 हजार से अधिक धाकड़ मतदाता और 15 हजार से अधिक ब्राह्मण मतदाता हैं और दोनों जातियों में जातिगत भावना बहुत प्रबल है। इसी आधार पर पोहरी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा दल एक-दूसरे के प्रत्याशियों को देखकर अपने प्रत्याशी का चयन करते हैं, लेकिन सन् 93 के चुनाव में कांग्रेस की ओर से जहां बैजंती वर्मा चुनाव मैदान में उतरीं थीं। 

वहीं भाजपा ने भी उन्हीं की जाति के उम्मीदवार जगदीश वर्मा को टिकट दिया था। दो धाकड़ उम्मीदवारों के टकराहट के बावजूद भी जीत धाकड़ उम्मीदवार बैजंती वर्मा को मिली थी। जबकि मुकाबले में कांग्रेस के बागी उम्मीदवार देवब्रत शर्मा भी मैदान में थे। नवम्बर में होने जा रहे चुनाव में कांग्रेस की ओर से पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला की उम्मीदवारी की चर्चा थी और सूत्र बताते हैं कि श्री शुक्ला को टिकट देने का मन ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी बना लिया था, लेकिन हरिवल्लभ शुक्ला के नाम पर पोहरी के कांग्रेसियों ने बगावती मुद्रा धारण कर ली थी और दूसरे कांग्रेस की गाईड लाईन उनकी टिकट प्राप्ति की राह में रोड़ा बनी हुई थी।

सिंधिया खेमे में यूं तो अन्य ब्राह्मण उम्मीदवार भी टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन सूत्र बताते हैं कि उनकी उम्मीदवारी उतनी परिपक्क नहीं मानी जा रही थी। भले ही टिकट के दावेदार राजेन्द्र पिपलौदा का दावा हो कि वह पोहरी में जीत का परचम फेहराएंगे। ऐसी स्थिति में कांग्रेस की ओर से धाकड़ उम्मीदवार को टिकट देने की संभावना प्रबल हुई। कांग्रेस में जीतने योग्य धाकड़ उम्मीदवारों की कमी भी नहीं है। सुरेश राठखेड़ा से लेकर विनोद धाकड़ और प्रद्युम्र वर्मा की उम्मीदवारी मजबूत मानी जाती है, लेकिन प्रद्युम्र वर्मा का अपने पिता जगदीश वर्मा की पृष्ठभूमि के कारण पलड़ा भारी रहा। जगदीश वर्मा महल के प्रति आस्थावान रहे हैं और सिंधिया के प्रमुख सिपहसालार महेन्द्र सिंह कालूखेड़ा उनके पैरवीकार हैं। इसलिए अन्य दो धाकड़ उम्मीदवारों की अपेक्षा टिकट की दौड़ में वह किंचित आगे हैं।

उपचुनाव में गणेश की उम्मीदवारी से नाराज थे जगदीश वर्मा

पूर्व विधायक जगदीश वर्मा और गणेश गौतम के बीच छत्तीस का आंकड़ा है। दोनों ही पिपरसमां के निवासी हैं तथा आपस में राजनैतिक प्रतिस्पर्धा रखते हैं। जगदीश वर्मा जहां जनसंघ और भाजपा से जुड़े रहे वहीं गणेश गौतम ने कांग्रेस के माध्यम से महल का दामन थामा था, लेकिन शिवपुरी उपचुनाव में जब गणेश कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए और उन्हें पार्टी ने उम्मीदवार भी बनाया तो नाराज होकर जगदीश वर्मा ने भाजपा छोड़ दी और वह कांग्रेस में शामिल हो गए।

केशव सिंह और सुरेश राठखेड़ा कालूखेड़ा पहुंचे

पोहरी से प्रद्युम्र वर्मा की उम्मीदवारी की संभावना प्रबल होने के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता केशव सिंह तोमर, सुरेश राठखेड़ा और राजेन्द्र पिपलौदा सिंधिया के सिपहसालार महेन्द्र सिंह कालूखेड़ा से मिलने उनके गांव कालूखेड़ा पहुंच गए हैं। श्री तोमर पोहरी से सुरेश राठखेड़ा की उम्मीदवारी का समर्थन कर रहे हैं। वहीं कर्मचारी नेता राजेन्द्र पिपलौदा यूं तो खुद टिकट की मांग कर रहे हैं, लेकिन धाकड़ उम्मीदवार को टिकट मिलने की स्थिति में वह भी राठखेड़ा के पैरवीकार हैं।

स्क्रीनिंग कमेटी में विजय शर्मा का नाम भी !

प्रदेश कांग्रेस ने स्क्रीनिंग कमेटी को पोहरी विधानसभा क्षेत्र से जिन तीन नामों का पैनल भेजा है। उनमें एक प्रद्युम्र वर्मा का नाम तो तय माना जा रहा है और संभावना व्यक्त की जा रही है कि एक नाम दिग्गी खेमे से जुड़ा है। इन तीन नामों के अलावा अखिल भारतीय युवक कांग्रेस ने सीधे विजय शर्मा का नाम भी स्क्रीनिंग कमेटी में भेजा है। श्री शर्मा युवक कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं और युवक कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव में पीठासीन अधिकारी का दायित्व भी निर्वहन कर चुके हैं।