काव्य गोष्ठी के साथ मनाई मैथिलीशरण गुप्त की जयंती

शिवपुरी-राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की 127वीं जयंती गहोई समाज द्वारा फिजीकल रोड स्थित ऋषि मैरिज गार्डन में मनाई गई। साथ ही काव्यगोष्ठी का आयोजन भी किया गया। जिसमें कवियों ने अपनी-अपनी रचनाओं की प्रस्तुति दी। समाज के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं का मु य अतिथि द्वारा स मान किया गया।

कार्यक्रम के मु य अतिथि सेवा निवृत्त न्यायाधीश रामस्वरूप तीतविलासी एवं अध्यक्षता परशुराम शुक्ल विरही ने की। मंचासीन अतिथियों में विद्यानंदन राजीव, हरिशचन्द्र भार्गव, डॉ.हरिप्रकाश जैन, करैरा से पधारे घनश्याम दास योगी, सीताराम नीखरा, प्रकाशचंद सेठ, ओमप्रकाश नीखरा, गहोई समाज के अध्यक्ष शिवशंकर सेठ व महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती अनीता सेठ मंचासीन थी। कार्यक्रम का शुभारंभ मैथिलीशरण गुप्त के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर किया गया। 

कार्यक्रम के पूर्व नन्हें-मुन्ने बच्चों ऋषि सेठ व उसके साथियों ने नाटक की प्रस्तुति दी। मु य अतिथि सेवानिवृत्त न्यायाधीश रामस्वरूप तीतविलासी ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्र कवि मैथिलीशरण गुप्त की जयंती मनाते हुए हमें हर्ष है कि इस कवि की कविताओं ने राष्ट्र सहित देश-विदेश में अपनी पहचान बनाई। अध्यक्षता कर रहे श्री शुक्ल विरही ने कहा कि मैथिलीशरण गुप्त एक सर्व वि यात कवि रहे जिन्होंने राष्ट्रहित में अपनी रचनाओं से महत्वपूर्ण येागदान दिया और हर वर्ग के लिए  वह कविताओं के माध्यम से स्मरणीय रहेगें। 

स्वागत भाषण देते हुए गहोई समाज के अध्यक्ष शिवशंकर सेठ ने कहा कि गहोई समाज को गर्व है कि दद्दा ने देश ही नहीं विदेशों तक अपनी रचनाओं के माध्यम से याति अर्जित की। इस मौके पर समाज अध्यक्ष श्री सेठ ने समाज के विकास के लिए भी अपनी प्रतिबद्वता दोहराई। काव्यगोष्ठी में कवियों में डॉ.एच.पी.जैन, घनश्यामदास योगी, प्रकाशचंद सेठ, ओमप्रकाश नीखरा ने अपनी काव्य रचनाओं से श्रोताओं को तालियां बजाने के लिए मजबूर कर दिया। घनश्याम योगी ने कविता पाठ करते हुए कहा कि राष्ट्रीय रचनाऐं रची, रचकर सो गए गुप्त, राष्ट्रभक्ति गुप्त की कभी नहीं होगी लुप्त। 

डॉ.एच.पी.जैन ने गजलों के माध्यम से श्रोतागणों से खूब तालियां बटोरी। महिला अध्यक्ष श्रीमती अनीता सेठ ने वर्ष भर में महिलाओं द्वारा की गई सामाजिक गतिविधियों की जानकारी दी। काव्यपाठ के बाद समाज की प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को स मानित भी किया गया। अंत में मंचासीन अतिथियों का शॅाल-श्रीफल व स्मृति चिह्न देकर स मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन जगदीश प्रसाद निगौती व आभार प्रदर्शन ओमप्रकाश नगरिया ने व्यक्त किया। इस मौके पर काफी सं या में गहोई समाज के महिला-पुरूष व बच्चे मौजूद थे।