ससुराल वालों ने ममता के हाथपैर बांधे फिर गर्म सलाखों से दागा

शिवपुरी-जिले के पिछोर थाना क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 2 गोविंद मोहल्ला में रहने वाली एक विवाहिता को उसके ही ससुरालीजनों ने इतनी प्रताडऩा दी जिससे इंसानियत शर्मसार हो गई। ससुरालीजनों ने अपनी बहू को महज दहेज के लिए गर्म सरियों से दागा और उसकी मारपीट कर ससुराल से भी निकाल दिया।

व्यथित महिला अपने पिता और मां के साथ थाने पहुंची और निर्दयी ससुरालीजनों की शिकायत कर दी। जिस पर पुलिस ने आरोपी पति, देवर और सास के विरूद्ध धारा 498 ए, 324, 323, 506 बी, 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार गोविंद मोहल्ला के रहने वाले आशाराम जाटव ने अपनी पुत्री ममता का विवाह पिछोर के पास स्थित ग्राम जराय के रहने वाले शिशुपाल जाटव के साथ अप्रैल 2012 में कराया था और विवाह के समय आशाराम ने अपनी बेटी की विदा के साथ अपनी हैसियत के अनुसार खूब दान-दहेज भी दिया, लेकिन विवाह के तीन माह बाद ही ममता के पति शिशुपाल, देवर राजेश जाटव और सास रज्जोबाई के मन में दहेज की चाह जाग उठी और वह ममता पर एक मोटरसाइकिल और 50 हजार रूपये लाने के लिए दबाव बनाने लगे लेकिन ममता अपने पिता की स्थिति से बाकिफ थी और उसने अपने ससुराल वालों को बहुत समझाया, लेकिन आरोपियों ने उसकी एक न मानी और ममता की आए दिन मारपीट करना शुरू कर दी।

इसके बावजूद भी ममता अपने ससुरालीजनों की प्रताडऩा झेलती रही, लेकिन बीते गुरूवार 25 जुलाई को सभी आरोपियों ने इंसानियत को दागदार कर दिया और अपनी लोभपिपासा को बुझाने के  लिए ऐसा कृत्य किया। जिसे सुनकर रूह भी कांप जाती है।

ममता के पति शिशुपाल, देवर राजेश और सास रज्जोबाई ने ममता के हाथ पैर बांध दिए और गर्म सरिए से उसके शरीर में दागने शुरू कर दिए। उसकी चीख-पुकार सुनकर भी इन लोगों का दिल नहीं पसीजा और बारी-बारी से तीनों ने उसके शरीर को दाग-दाग कर दिया। ममता खुद को बख्शने के लिए चिल्लाती रही, लेकिन इन लोगों ने उसकी एक न सुनी और बाद में शिशुपाल ने लात-घूसों से बुरी तरह मारपीट भी की और उसे घायल अवस्था में घर से भगा दिया।

इसके बाद ममता ने अपने पिता को यह सारा घटनाक्रम सुनाया। जिस पर उसके पिता आशाराम और मां राधादेवी उसे थाने लेकर पहुंच गए। जहां ममता ने अपने ऊपर हुए जुल्मों की दास्ता पुलिस को सुनाई।