जिला चिकित्सालय में खून की कमी से महिला की मौत

शिवपुरी-भले ही चिकित्सालय में कितनी भी सुविधाऐं प्रदान कर दी हो लेकिन चिकित्सालय में उपचार के अभाव में होने वाली मौतें चिकित्सकों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाती है।
ऐसा ही मामला गत दिवस सामने आया जब कोलारस निवासी संध्या पत्नि  सोनू सोनी उम्र 24 वर्ष को प्रसव के दौरान जब परिजन जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए तब तक वहां उपचार कर रही चिकित्सक डॉ.उमा जैन व डॉ.अंजना जैन ने इस महिला का उपचार किया, लेकिन कुछ देर बाद ही महिला की मौत हो गई। इस मौत को लेकर परिजनों ने चिकित्सकों पर ही लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि यदि संध्या में हीमीग्लोबिन की कमी थी तो हमने पहले ही कह दिया था कि ग्वालियर ले जाऐं लेकिन डॉ.उमा जैन व डॉ.अंजना जैन दोंनो ही चिकित्सकों ने स्थिति संभालने की बात कही तो हम मान गए परन्तु इसके बाद भी मेरी पत्नि की मौत हो गई। इस मामले को लेकर अब जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे है कि एक ओर तो मरीजों का स्वास्थ्य उपचार कराना इनकी जिम्मेदारी है तो वहीं दूसरी ओर इस तरह की लापरवाही के लिए जिम्मेदार चिकित्सकों पर कार्यवाही क्यों नहीं की जाती।

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