मॉडल अस्पताल में गंदगी देख भड़के कलेक्टर, लगाई सिविल सर्जन व स्टाफ को फटकार

शिवपुरी। अभी हाल ही में मुख्य सचिव ने शिवपुरी अस्पताल का निरीक्षण किया और अस्पताल को मॉडल का दर्जा देकर रवानगी दे दी। लेकिन आज सुबह पैदल मशाल यात्रा को रवानगी देने के बाद कलेक्टर आरके जैन औचक निरीक्षण के लिए पहुंच गए। जहां उन्हें सभी वार्डों में गंदगी का अंबार नजर आया। कई बेड पर चादरें नहीं थीं और यदि थीं भी तो वे गंदी थीं।
जिसे देख कलेक्टर भड़क उठे और सिविल सर्जन गोविंद सिंह सहित सफाई कर्मचारी को तगड़ी फटकार लगा दी और उन्हें शीघ्र सारे वार्डों को गंदगी से मुक्त कराने की चेतावनी देकर चले गए। उनके इस औचक निरीक्षण से मॉडल का दर्जा पा चुके शिवपुरी अस्पताल की पोल खुल गई।

शिवपुरी अस्पताल को आदर्श मॉडल का दर्जा प्राप्त होने के बावजूद भी पूरे अस्पताल में गंदगी सहित डॉक्टरों के समय पर न पहुंचने  के कारनामे तो आए दिन सामने आते ही रहते हैं। इसी के तहत आज सुबह कलेक्टर आरके जैन अचानक अस्पताल पहुंचे और वहां व्याप्त गंदगी को देखकर उनका पारा चढ़ गया और उन्होंने मौके पर ही मौजूद जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ.गोविंद सिंह को बुलाया और जमकर तगड़ी फटकार लगाते हुए सख्त लहजे में उन्हें चेतावनी दी कि आदर्श अस्पताल के यदि ये हाल है तो अन्य चिकित्सकीय व्यवस्थाऐं क्या होंगी, इसका स्वत: अंदाजा लगाया जा सका है।

इस मौके पर यहां गंदगी से रूष्ट होकर वहां कार्य कर रहे सफाई कर्मचारी को भी करारी फटकार लगाई। श्री जैन के इस औचक निरीक्षण से पूरा अस्पताल प्रशासन चिकरघिन्नी हो गया और देखते ही देखते सफाई कर्मचारी वार्डों की सफाई करते हुए देखे गए। भई, आखिरकार शिवपुरी का मॉडल अस्पताल है तो यहां मिली गंदगी पर कलेक्टर का भड़कना स्वाभाविक ही है लेकिन इसके लिए जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़कर मन मुताबिक कार्य कर रहे है जिस पर समय-समय पर निगरानी होना आवश्यक है। आज की गई यह कार्यवाही भी इसी का परिणाम है। अब देखना होगा कि क्या आगामी समय में यह व्यवस्थाऐं पुन: सुधरेंगी अथवा यही हाल नजर आएगा...।