बडे-बडे गड्डों से भरा पड़ा है महुअर पुल

करैरा। नगर पंचायत क्षेत्र में होकर गुजरे पुराने हाइवे पर बना महुअर नदी का पुल देख रेख के अभाव  में क्षतिग्रस्त हो गया है। शुरूआती वारिश ने इस पुल की बदइंतजामी की पोल खोल कर रख दी है पुल पर हुये बडे बडे गड्डो में पानी भर जाने से यह गड्डे नजर नही आते है। इससे वाहन चालको के साथ आये दिन दुर्घटनाएं घटित हो रही है। इसके बावजूद भी नगर पंचायत प्रशासन इस ओर ध्यान नही दे रहा है।

महुअर नदी का वर्षो पुराना पुल इन दिनो जर्जर हालात में है। इसकी इस हालात के लिये नगर पंचायत प्रशासन दोषी है क्योंकि नगर पंचायत कि क्षेत्र में होने के कारण पुराने हाइवे एंव पुल की देख रेख एंव मेंटीनेंस की जवावदाही नगर पंचायत की बनती है परंतु नगर पंचायत पूरी तरह  से उदासीन नजर आता है।

यही कारण है कि पुल के किनारे से पुल पर भरने वाले पानी की निकासी के लिये जो हाल थे वह मिट्टी भर जाने के कारण बंद हो गये और पुल पर पानी का भराव हो गया। इस पानी के कारण डामर की रोड कट गई और धीरे धीरे इस कटाव ने बडे गड्डो का रूप ले लिया पुल पर इतने अधिक गड्डे हो गये है कि दो पहिया वाहन चालक भी इन्हें चाह कर वचा नही सकता।

ऐसे में चार पहिया वाहनो एंव भारी वाहनो के चालको को भी काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है। गाडी का  पहिया अचानक चले जाने से कमानी के पट्टे टूटने की षिकायत सबसे ज्यादा है। वहीं दो पहिया वाहन सवार कई  लोग पानी भरे हुये इन गड्डो में गिरने से चोटिल भी हो चुके है।

करैरा से शिवपुरी, पिछारे,  नरवर , सीहोर  आदि स्थानो पर जाने  वाले वाहनो का  आवागमन इसी मार्ग से होता है। भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल केंप के वाहनो का आवागमन भी यहीं  से होता है। आये  दिन  अधिकारियों एवं नेताओं के वाहन भी यहां से गुजरते है परंतु फिर भी दुर्दशा ग्रस्त इस पुल की हालात पर किसी का ध्यान नही है।

बताया जाता है कि कुछ दिनों पूर्व जिला कलेक्टर ने इस पुल की दुर्दशा को ठीक करने के लिये नगर पंचायत को निर्देशित भी किया था परंतु इसकी हालात में कोई सुधार नही किया गया है।

इनका कहना है
पुल की हालात खराब है इसको दुरस्त करने के लिये अधीनस्त कर्मचारियों को निर्देश जारी किये गये है जल्द ही गड्डे  भर दिये जावेगे
मुकेश श्रोतिय
सीएमओ नप करैरा