सिंधिया का ड्रीम प्रोजेक्ट पानी में : कांग्रेस नेता मुकेश राठौर

शिवपुरी-अंचल के विकास के लिए समर्पित होकर सतत कार्यरत केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अथक प्रयासों का ही परिणाम है कि शिवपुरी शहर को पानी की किल्लत से मुक्ति दिलाई जाए इसके लिए श्री सिंधिया ने जलावर्धन योजना के माध्यम से शहर में पानी की समस्या को दूर करने के लिए 82 करोड़ की यह योजना ना केवल स्वीकृत कराई बल्कि इसके शीघ्र पूर्ण होने के लिए समय-समय पर जिलाधिकारियों व निर्माणधीन कंपनियों को निर्देशित करते रहे लेकिन वर्तमान हालातों पर गौर करते हुए देखा जाए तो यहां श्री सिंधिया के ड्रीम प्रोजेक्ट जलावर्धन योजना को ग्रहण लग गया है

इसके लिए निर्माण कार्य में जुटी दोशियान कंपनी के दफ्तर में कार्यलयीन समय में ताला लटका हुआ है बीते डेढ़ माह से ठेकेदारों का भुगतान ना करने के कारण कंपनी का मुख्य कर्ताधर्ता गायब है यह सब वे प्रमाण है जो आभास कराते हैं कि केन्द्रीय मंत्री सिंधिया के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा होने में अभी बहुत समय लगेगा। यह वक्तव्य दिए लोकल ट्रक ऑपरेटर यूनियन के उपाध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता मुकेश राठौर ने जिन्होंने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से श्री सिंधिया के ड्रीम प्रोजेक्ट को अधर में लटकाने वालों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की है। 

कांग्रेस नेता मुकेश राठौर ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सदैव अंचल के विकास के लिए कार्य किया और शिवपुरी में सबसे बड़ी पानी की किल्लत को दूर करने के लिए ही उन्होंने अपने अथक प्रयासें से यहां जलावर्धन योजना की स्वीकृति दिलाई। इस 82 करोड़ की लागत वाली जलावर्धन येाजना की ओर ना तो नगर पालिका का ध्यान है और ना ही इस योजना के कार्य में लगी दोशियान कंपनी का, जिसके चलते यहां मड़ीखेड़ा से शिवपुरी तक पानी आने में अभी बहुत वक्त लगेगा। जबकि  शिवपुरी के स्थानीय विधायक व नगरीय प्रशासन मंत्री ने आश्वस्त किया है कि शिवपुरीवासियों को मड़ीखेड़ा का पानी अप्रैल तक मिलने लगेगा। 

कांग्रेस नेता श्री राठौर ने विधायक व नगरीय प्रशासन मंत्री के इन झूठे आश्वासनों की निंदा की है और कहा कि सिंध प्रोजेक्ट के तहत अप्रैल माह में पानी लाने की योजना थी जो कि पूरी तरह धूमिल होती नजर आ रही है यहां निर्माण कार्य में लगी दोशियान कंपनी के कार्यालयीन समय में ताला लगा है कंपनी का मुख्य कर्ताधर्ता हीरेन मकवाना लगभग डेढ़ माह से गायब है फिर कैसे यह प्रोजेक्ट पूरा होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है वहीं नगर पालिका भी इस ओर प्रयासरत नहीं है जिसके कारण यह प्रोजेक्ट अब अधर में लटका प्रतीत नहर आ रहा है। मुकेश राठौर ने बताया कि योजना के निर्माणाधीन सभी कार्य आधे-अधूर पड़े है और इस कार्य में लगे ठेकेदारों का भुगतान ना होने के कारण वह भी गायब है यहां नगर पालिका द्वारा दोशियान कंपनी को भुगतान तो कर दिया लेकिन कंपनी के द्वारा निर्माण कराने वाले ठेकेदारों का भुगतान नहीं किया गया जिससे यह योजना अब खटाई में पड़ गई है। 

इस संबंध में केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी लिखित व मौखिक रूप से शिकायत की जाएगी और निर्माण कार्य में जो भी दोषी होगा उसके विरूद्ध कार्यवाही की जाए यह अनुशंसा की जाएगी।