किसानों ने कहा: कलेक्टर साब, सुपरवाईजर गाली देता है

शिवपुरी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने आप को किसान का बेटा बताते हैं और वहीं मप्र में किसानों की जो हालत है उससे कोई अनभिज्ञ नहीं है। ग्राम नौहरी के किसानों ने बिजली के कारण फसल की सिंचाई न होने से परेशान होकर कल जनसुनवाई में कलेक्टर आरके जैन को आवेदन दिया। 

उन्होंने बिजली सुपरवाईजर की शिकायत करते हुए कहा कि एक तो बिजली नहीं दी जा रही और दूसरे उससे शिकायत करने पर वह अभद्र व्यवहार और गाली-गलौच करता है। आवेदन में यहां तक कहा गया कि उनकी आर्थिक हालत इतनी खराब हो चुकी है कि उनके पास इलाज कराने के लिए पैसे नहीं हैं। स्थिति नहीं सुधरी तो वे आत्महत्या करने के लिए विवश होंगे। 

ग्राम नौहरी के किसानों ने जनसुनवाई में कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख किया है कि जब हम बिजली की समस्या को लेकर सुपरवाईजर के पास विद्युत सब स्टेशन पर जाते हैं तो सुपरवाईजर द्वारा किसानों को गाली-गलौच कर वहां से भगा देता है। वहीं सब स्टेशन के अंतर्गत आने वाले सभी गांवों में समान रूप से बिजली सप्लाई की जाती है। लेकिन ग्राम नौहरी में बिजली नहीं दी जाती। जिससे किसान परेशान है। किसानों ने आवेदन में लिखा है कि अगर उनकी शीघ्र ही इस समस्या का हल नहीं हुआ तो वह आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएंगे। 

विदित हो कि अभी हाल ही में किसानों ने अपने खेतों में बौनी की है और खेतों में पानी देने के लिए किसानों को बिजली समान रूप से नहीं मिल रही है और जब किसान अपनी समस्या लेकर अधिकारियों के पास जाते हैं तो उनसे अभद्र व्यवहार कर वहां से भगा दिया जाता है।  ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि चंदनपुरा नौहरी विद्युत सब स्टेशन से पूरे क्षेत्र में दिन-रात बिजली दी जाती है, लेकिन ग्राम नौहरी में बिजली की सप्लाई रात्रि 12 बजे के बाद शुरू की जाती है जिससे ठण्ड अधिक पडऩे के कारण किसान खेतों में पानी नहीं दे पा रहे हैं और सुबह 8 बजे विद्युत सप्लाई बंद कर जाती है। जिस कारण किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

किसानों का कहना है कि हमने अभी हाल ही में बौनी की है और अगर हमने खेतों में पानी नहीं दिया तो हमारी पूरी फसल चौपट हो जाएगी। किसानों ने कलेक्टर से गुहार लगाई है कि अगर हमारे गांव में शीघ्र ही विद्युत सप्लाई चालू नहीं की तो जिन किसानों ने कर्जा लेकर खेतों में खाद बीज डाला है अगर बिजली के कारण उनकी फसलें चौपट हो गई तो वह सभी किसान आत्महत्या करने की कगार पर खड़े हो जाएंगे।