मण्डी चुनाव: करैरा में तोड़ी गाड़ी, लगाई घर में आग

शिवपुरी-कृषि उपज मण्डी करैरा के वार्ड क्रमांक 10 में संचालक पद के लिए हो रहे चुनाव ने हिंसक रूप धारण कर लिया। बीती रात एक प्रत्याशी के समर्थकों ने दूसरे प्रत्याशी की गाड़ी तोड़ दी और मतदाताओं को डराते धमकाते हुए उनके घर में आग लगा दी।

इस मामले में करैरा पुलिस ने प्रत्याशी बलवंत सिंह यादव के पुत्र और उनके समर्थकों दिलीप, देवेन्द्र, अजय, सपोली उर्फ जितेन्द्र, शैलेन्द्र और भगवत के विरूद्ध भादावि की धारा 147, 427, 436, 294 और 323 के तहत मामला दर्ज कर लिया। मामले की सूचना पाकर कलेक्टर आरके जैन और एसपी आरपी सिंह भी यहां पहुचं गए। संचालक पदों के लिए आज मतदान सुबह सात बजे से शुरू हो गया और शाम तीन बजे तक वोट गिरेंगे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वार्ड में संचालक पद के लिए जनपद अध्यक्ष लोकपाल लोधी की धर्मपत्नि जनककुमारी लोधी चुनाव लड़ रहीं हैं। उनके मुकाबले में बलवंत सिंह यादव मैदान में हैं। बताया जाता है कि जनककुमार लोधी के समर्थक ओमकार लोधी अपनी टबेरा गाड़ी क्रमांक एमपी 06 एटी 0131 से वोट मांगने जब बगरौदा गांव कल रात गए थे तो आरोपियों ने घेरकर उनकी गाड़ी तोड़ दी। 

इसके बाद वह कल्लू लोधी के निवास स्थान पर पहुंचे। जिनके बारे में शक था कि वह जनक कुमारी लोधी का प्रचार और समर्थन कर रहे हैं। आरोपियों ने यहां आकर कल्लू लोधी और पूरन लोधी को जगाया तथा उनसे बलवंत यादव को वोट देने को कहा। इसी बात पर विवाद इतना गहराया कि आरोपियों ने लोधी परिवार को घर से बाहर निकालकर मकान में आग लगा दी। बताया जाता है कि करैरा में कृषि उपज मण्डी के अध्यक्ष पद हेतु घमासान काफी तेज होने वाला है। 

यहां अध्यक्ष पद पिछड़ा वर्ग महिला हेतु आरक्षित है। भाजपा जिलाध्यक्ष रणवीर ङ्क्षसह रावत की धर्मपत्नि श्रीमती उर्मिला रावत भी अध्यक्ष पद की प्रबल दावेदार हैं। संचालक पद के लिए हुए चुनाव में वह र्निविरोध विजयी हुई हैं। संभावना व्यक्त की जा रही है कि यदि जनक कुमारी लोधी संचालक पद का चुनाव जीतीं तो उनका मुकाबला श्रीमती उर्मिला रावत से होगा।

मगरौनी मण्डी में किया चुनाव का बहिष्कार


कृषि उपज मण्डी मगरौनी के वार्ड क्र.2 के ग्राम गूढ़दा स्थित मतदान केन्द्र के 740 मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार किया। मतदाताओं ने उनकी अधिगृहित की गई जमीन का ठीक मुआवजा न मिलने के विरोध के कारण ऐसा किया। मतदाताओं का कहना है कि अपर ककेटो बांध के निर्माण के लिए उनकी भूमि का अधिगृहण किया गया था और मुआवजे के रूप में उन्हें 50 से 80 हजार रूपये बीघा की राशि दी। जबकि श्योपुर जिले मेें प्रभावित किसानों को डेढ़ लाख रूपये बीघा के हिसाब से मुआवजा मिला। बहिष्कार करने वाले मतदाताओं का कथन है कि उन्हें भी मुआवजा धौवनी के कृषकों के समान दिया जाए।