महज 100 वोट प्राप्त करने वाले नेताजी कैसे करेंगें विधानसभा की दावेदारी

शिवपुरी-कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माने जाने वाले और पूर्व युवक कांग्रेस अध्यक्ष रामकुमार शर्मा के लिए मण्डी चुनाव मुसीबत भरे साबित हुए है। रामकुमार शर्मा ने शिवपुरी कृषि उपज मण्डी के वार्ड क्रमांक 8 से बतौर डायरेक्टर  भाग्य आजमाया था।

 रामकुमार शर्मा ने वार्ड 8 के चुनाव में डायरेक्टर के लिए पूरा दमखम चुनाव में लगा दिया। सारा दम खम लगाने के बाद भी रामकुमार शर्मा जीतने में नाकाम रहे। ऐसी हार की उम्मीद स्वयं रामकुमार को भी नहीं थी। वार्ड क्रमांक 8 के आए परिणामों में यहां कैलाश कुशवाह जिनका चुनाव चिह्न अंगूर का गुच्छा था जीतने में कामयाब रहे जबकि रामकुमार शर्मा से अच्छे परिणाम तो इस सामान्य वार्ड से चकिया चुनाव चिह्न लेकर खड़े बुद्धराम आदिवासी के लिए काफी अच्छे रहे। बुद्धराम आदिवासी ने रामकुमार को करारी टक्कर दी। गुरूवार को आए परिणाम रामकुमार शर्मा को जो हार मिली है उस हार की उम्मीद स्वयं रामकुमार शर्मा को भी नहीं थी।

कांग्रेस से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि कई कांग्रेसियों ने रामकुमार शर्मा से मना भी किया था कि वह वार्ड नं.8 से मण्डी जैसा टिपीकल चुनाव ना लड़ें मगर फार्म भरते वक्त रामकुमार ने किसी की नहीं सुनी। फार्म भरने के बाद रामकुमार सीधे गिर्राजजी चले गए और जब तक पर्चा खींचने के लिए गंभीरता से सोचते तब तक फार्म खींचने की तारीख निकल चुकी थी। 

इज्जत बचाने की खातिर पण्डितजी को मैदान में कूदना पड़ा और मतपेटियों से निकले वोट ने महल कॉलोनी वाले पण्डितजी की बंद मुठ्ठी खोलकर रख दी। अभी तक सिंधिया के सामने पोहरी विधानसभा क्षेत्र से विजयी प्रत्याशी की बात कहकर अपने लिए टिकिट मांगने वाले रामकुमार शर्मा की मण्डी चुनाव में जो फजीहत हुई है उससे शर्मा जी के विरोधी खेमे के दूसरे कांग्रेसी प्रसन्नचित है और दिल्ली में ज्योतिरादित्य सिंधिया तक इस बात को पहुंचा दिया गया है कि एक मण्डी चुनाव में वार्ड के 100 वोट भी रामकुमार शर्मा नहीं ला सके।

पूरी पार्टी लगी रही चुनाव में


रामकुमार शर्मा की जो हार हुई है उससे स्वयं रामकुमार शर्मा भी शर्मसार है। रामकुमार की जीत के लिए पूरी पार्टी लगी हुई थी जिनमें कांग्रेस के वीरेन्द्र रघुवंशी, राकेश गुप्ता वनस्थली, हरिबल्लभ शुक्ला, जगदीश शुक्ला, अजय गुप्ता पत्ते वाले, रामजी लाल कुशवाह, जगमोहन सिंह सेंगर, मुन्ना लाल कुशवाह, इब्राहिम खान, अप्पल खान, संजय सांखला, मुकेश जैन पत्रकार, के.बी.श्रीवास्तव, एपीएस चौहान, विजय शर्मा, लवलेश जैन चीनू, अमित शिवहरे आदि कई चेहरे गांव-गांव की धूल खाते नजर आए मगर यह धुरंधर कांग्रेसी भी मिलकर 100 वोट रामकुमार शर्मा को नहीं दिला सके।

हां भईया बुरी हार हुई : रामकुमार


वार्ड क्रमांक 8 से चुनाव लड़कर बुरी तरह हारने वाले रामकुमार शर्मा ने हमारे संवाददाता से प्रतिक्रिया में साफ में कहा कि हां भईया यह मेरे लिए बहुत बुरी हार है। ऐसी हार की उम्मीद मुझे नहीं थी। जब उनसे पूछा गया कि इस हार के लिए आप अपने विरोधी खेमे के कांग्रेस नेताओं को जिम्मेदार मानते हैं क्या, उन्होनें इस बारे में कहा कि मेरे विरोधी लोगों का इसमें कोई दोष नहीं है जनता ने ही मुझे वोट नहीं दिए और इस हार की जिम्मेदारी मैं स्वयं लेता हॅंू।