पुलिस ने सुलझाई पांच माह पूर्व के अंधे कत्ल की गुत्थी

शिवपुरी/करैरा-जिले के दिनारा क्षेत्र में ग्राम सिनौरा रोड़ के समीप बीते 5 मई 2012 को अज्ञात युवक की लाश मिली थी। इस मामले में पुलिस का मुखबिर तंत्र सक्रिय रहा जिसका परिणाम यह हुआ कि पुलिस अधीक्षक आर.पी.सिंह के निर्देशन में एसडीओपी करैरा पी.एस.सोलंकी ने अधीनस्थ पुलिस थानों के थाना प्रभारियों की टीम बनाई जिसमें दिनारा, करैरा, अमोला, सीहोर के थाना प्रभारी शामिल रहे।

और घटना के पांच माह बाद पुलिस को इस मामले में मुखबिरी से कुछ जानकारी लगी जिस पर मुखबिर के बताए दिशा निर्देश पर गत दिवस पुलिस ने औचक कार्यवाही करते हुए दबिश दी और जिन आरोपियों को लेकर पुलिस आई उनसे सख्त से पूछताछ की गई तो आरोपियों ने पूरे मामले से पर्दा उठाकर अपना जुर्म कबूल किया। मृतक को डकैत पंखु खंगार की मुखबिरी के चलते मौत के घाट उतारा गया। घटना को अंजाम देने वाले दोनों आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए हत्या का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में ले लिया है। 

जानकारी के अनुसार बीते 4 मई 2012 को दिनार से कुछ ही दूरी पर पावर हाउस के समीप सिनौरा रोड पर एक अज्ञात युवक की लाश मिली थी। जिसकी बाद में माटू उर्फ अजब सिंह यादव निवासी चतपुरा के रूप में शिनाख्त हुई। बताया गया है कि पूर्व में  पूर्व में डकैत पंकु खंगार जो पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था, इसी डकैत के मुखबिर की शक में माटू उर्फ अजब सिंह यादव निवास चतपुरा थाना रक्शा उ.प्र.की हत्या की गई थी लेकिन इस ओर पुलिस के प्रयास तेज थे। जहां पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय और एसपी के निर्देश पर एसडीओपी करैरा पीएस सोलंकी ने अपने एक टीम बनाकर इस पूरे मामले से पर्दा उठाया। पांच माह बाद पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि यह मर्डर आरोपी रवि जाटव निवासी दिनारा व संजीव थाना बड़ौनी जिला दतिया का रहने वाला ने किया है। 

जिस पर एसपी के निर्देश पर करैरा एसडीओपी पी.एस.सोलंकी के नेतृत्व में टीम गठित हुई जिसमें आर.बी.एस.सिकरवार थाना प्रभारी अमोला, के.सी.चौहान थाना प्रभारी सीहोर, राकेश शर्मा थाना प्रभारी दिनारा की संयुक्त टीम ने इस ओर कार्य किया तो मुखबिर द्वारा बताए गए नामों के स्थानों पर दबिश दी तो यहां से रवि एवं संजीव को कब्जे में लिया। जब इन दोनों से सख्ती से पूछताछ की तो इन्होंने सच उगल दिया और बताया कि माटू उर्फ अजब सिंह यादव ने डकैत पंखु खंगार की मुखबिरी पुलिस को दी थी, रवि जाटव पंखु खंगार का अजीज मित्र था और शक के अनुसार लाठी और पत्थरों से पटककर हत्या कर दी थी। मुखबिर की सूचना पर इस अंधे कत्ल की पुलिस ने गुत्थी सुलझाई। इस मामले में आरोपियों पर मामला दर्ज कर अदालत में पेश करते हुए जेल भेज दिया है।