नरेन्द्र सिंह तोमर गुट से जैन ब्रदर्स की दूरी चर्चा में

शिवपुरी- भाजपा जिलाध्यक्ष पद के लिए शुक्रवार को जिला निर्वाचन अधिकारी मधु वर्मा के समक्ष जिस प्रकार से कोलारस विधायक देवेन्द्र जैन और उनके भाई जिला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र जैन गोटू ने गुटीय राजनीति को बढ़ावा दिया है उससे पार्टी की छवि पर बुरा असर पड़ रहा है। सूत्र बताते हैं कि रणवीर रावत की ताजपोशी में अड़ंगा लगाकर जैन ब्रदर्स ने नरेन्द्र सिंह तोमर खेमे में ही गुटबाजी पैदा कर दी है।

खबर तो यह भी आ रही है कि जैन ब्रदर्स ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नरेन्द्र सिंह तोमर से दूरी बना ली है  और यशोधरा राजे सिंधिया गुट से उनकी नजदीकियों के चर्चे सामने आ रहे है। जिलाध्यक्ष के चुनाव में भाजपा में नए गुट बन रहे है और इस नए समीकरण में जैन ब्रदर्स का यशोधरा समर्थक जिलाध्यक्ष पद के दावेदारों का समर्थन करना इस बात को स्पष्ट रूप से बताता है कि जैन ब्रदर्स यशोधरा खेमे के समर्थन में है।

उल्लेखनीय है कि पार्टी के जिलाध्यक्ष पद को लेकर शुक्रवार को भाजपा जिला कार्यालय पर कोलारस विधायक देवेन्द्र जैन और जिला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र जैन गोटू ने खुलेआम रणवीर रावत की खिलाफत की है। जैन ब्रदर्स पिछले कई दिनों से नरेन्द्र सिंह तोमर गुट का झण्डा हाथ में लिए जिले की राजनीति कर रहे है। इसके अलावा रणवीर रावत भी नरेन्द्र सिंह तोमर गुट से ही ताल्लुक रखते है। एक ही खेमे के नेताओं में आपसी कलह और गुटबाजी सामने आना नए गुटीय समीकरण को बताता है। 

सूत्र बताते हैं कि देवेन्द्र जैन और जितेन्द्र जैन ने शुक्रवार को यशोधरा समर्थक ओमप्रकाश खटीक, विधायक प्रहलाद भारती, माखन लाल राठौर, रमेश खटीक, ओमी गुरू, अशोक खण्डेलवाल से कई दौर की चर्चाऐं की है। इस चर्चा में एक ही बिन्दु शामिल रहा है कि रणवीर रावत की जिलाध्यक्ष पद की ताजपोशी रोकी जाए। खबर यह भी आ रही है कि आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए देवेन्द्र जैन और जितेन्द्र जैन यशोधरा गुट से नजदीकियां बनाने में लगे हुए है। 

विधानसभा चुनावों में टिकिट आवंटन में किसी तरह की परेशानी और यशोधरा राजे सिंधिया के विरोध का सामना ना करना पड़े, इसलिए जैन ब्रदर्स के यशोधरा खेमे में जाने की चर्चाऐं जोरों पर है। पिछले कई दिनों से नरेन्द्र सिंह तोमर गुट का झण्डा बुलंद करने वाले इन जैन ब्रदर्स की यशोधरा खेमे में जाने की चर्चाऐं पिछले कई दिनों से चल रही है और जिस प्रकार से शुक्रवार को रणवीर रावत का विरोध करके जैन ब्रदर्स ने जो संकेत दिए है वह इस बात का पुख्ता प्रमाण है कि जिले की भाजपा में नए गुटीय समीकरण बन रहे है। 

जैन ब्रदर्स को टिकिट की चिंता


भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि जैन ब्रदर्स ने जिस प्रकार से यशोधरा खेमे के नेताओं से संपर्क बढ़ाया है उसके पीछे इन जैन ब्रदर्स की कई चिंताऐं है। सन् 2013 के विधानसभा चुनाव में कोलारस से टिकिट लेने में कोई दिक्कत ना आए इसलिए एकाएक जैन ब्रदर्स ने पाला बदला है। पूर्व में जैन ब्रदर्स कभी नरोत्तम मिश्रा के लिए भी इसी तरह पलक पांबड़े बिछाकर राजनीति कर चुके है। कभी नरोत्तम तो कभी नरेन्द्र सिंह तोमर के लिए जिले में राजनीति करने वाले जैन ब्रदर्स का यशोधरा राजे सिंधिया गुट के प्रति एकाएक बढ़ता झुकाव तमाम चर्चाओं को जन्म दे रहा है।  

गुटबाजी की रिपोर्ट दिल्ली पहुंची


भाजपा में जिस प्रकार से जैन ब्रदर्स ने शुक्रवार को नरेन्द्र सिंह तोमर गुट में ही खेमेबाजी पैदा की है ,उसकी रिपोर्ट दिल्ली पहुंच गई है। पार्टी से जुड़े एक सूत्र ने बताया है कि जैन ब्रदर्स ने जिस प्रकार से रणवीर रावत का जिलाध्यक्ष पद के लिए विरोध किया है उसकी पूरी खबर दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नरेन्द्र सिंह तोमर को भेजी गई है। इसके अलावा यशोधरा समर्थक नेताओं से  इन जैन ब्रदर्स की वन-टू-वन चर्चा का पूरा खाका भी नरेन्द्र सिंह तोमर को भेजा गया है। आने वाले दिनों में गुटबाजी का यह दौर पार्टी के लिए मुसीबत भरा हो सकता है। 

सहकारी बैंक के चुनाव से बढ़ी गुटबाजी


बताया जाता है कि रणवीर रावत से जैन ब्रदर्स की यह दूरी जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष पद के चुनाव के समय से उत्पन्न हुई है। सहकारी बैंक के चुनाव के लिए देवेन्द्र जैन ने अपने खास समर्थक शब्बीर खान के लिए फिल्डिंग की थी और सबकुछ तय कार्यक्रम के मुताबिक चल रहा था मगर संगठन के कर्ताधर्ताओं के निर्देश पर मामला एकाएक बिगड़ गया। उस समय देवेन्द्र जैन और रणवीर रावत के बीच सहकारी बैंक के अध्यक्ष के चयन को लेकर मतभेद खुलकर सामने आ गए थे । पार्टी में मतभेदों के कारण बाद में सहकारी बैंक का अध्यक्ष पिछोर के भैया साहब लोधी को बनाना पड़ा। देवेन्द्र समर्थक शब्बीर खान सहकारी बैंक अध्यक्ष बनने में नाकाम रहे तब से ही इन दोनों गुटों में दूरियां और बढ़ गई। पुरानी खुन्नस को दिल पे लेते हुए देवेन्द्र जैन अब जिलाध्यक्ष पद के लिए रणवीर रावत का विरोध कर रहे है।