सेन्ट्रल डेस्क
भारत के कौने कौने में फैले शिवपुरी के मूलनिवासी हर क्षेत्र में सफलताएं
अजिर्त कर रहे हैं। इसी क्रम में पुलिस विभाग में SI के पद पर सिलेक्ट
होकर गए शिवपुरी के युवा रमेश शाक्य ने एक और सफलता दर्ज कराई है। उन्होंने
एक ऐसे अंधे कत्ल का पर्दाफाश किया जिसके बारे में कोई भी व्यक्ति किसी भी
प्रकार की सूचना देने के लिए तैयार ही नहीं था, क्योंकि मृतक क्षेत्र का
शातिर बदमाश था और उसकी मौत आसपास के कई गावों को राहत देने वाली थी, परंतु
सिस्टमेटिक इंवेस्टीगेशन ने इस मामले के सारे राज खोल दिया। एसपी सागर ने
इंवेस्टीगेशन टीम को पुरस्कृत करने का एलान किया है।
पढ़िए वो पूरी खबर जो सागर की ओर से आ रही है
सागर। केसली में हुए अंधेकत्ल का अंतत: पर्दाफाश हो ही गया। पुलिस का दावा
है कि मृतक एक शातिर बदमाश था एवं यह कत्ल उसी के जीजा ने अड़ीबाजी से
परेशान होकर किया गया। जेल से छूटकर आने के बाद मृतक अपनी बहन के यहां जबरन
रुकता था और उस पर बुरी नजर रखता था।
सनद रहे कि विगत 3 सितम्बर को थाना केसली के अंतर्गत आने वाली चौकी टंडा के प्रभारी नरेन्द्र कुशवाह को चौकीदार ने सूचना दी कि सरकारी सैर रमन्ना मौजा में एक सर कटी लाश पड़ी हुई है। पुलिस की प्रथमिक जांच में पाया गया कि मृतक का नाम शेरा धानक है जो क्षेत्र का कुख्यात बदमाश है और उसके खिलाफ आधा दर्जन से ज्यादा मामला दर्ज हैं।
इस सनसनीखेज घटना के तुरंत बाद एसपी सागर अभय सिंह सहित सभी वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे एवं मामले की तेज छानबीन के लिए थाना प्रभारी केसली रमेश शाक्य को स्पेशल इंवेस्ट्रीगेशन के टिप्स दिए। इन्हीं टिप्स के चलते मामले का तत्काल खुलासा हो पाया।
पुलिस मुख्यालय से आई जानकारी के अनुसार मृतक शेरा धानुक एक सूचीबद्ध बदमाश था एवं जेल से छूटकर आने के बाद अपने जीजा प्रकाश बसोद के चचेरे भाई लीला बसोर के यहां जाकर जबरन रहने लगा था। लीला बसोर ने पुलिस को बताया कि वह आए दिन उसके यहां आता और डरा धमकाकर उसके यहां रहा करता था। इतना ही नहीं मृतक शेरा अपनी ही रिश्ते की बहन पर भी बुरी नजर रखता एवं शराब के नशे में उसके साथ गलत हरकतें किया करता था। इसी सब के चलते आरोपी लीला बसोर परेशान था और छुटकारा पाने के लिए कोशिशें कर रहा था।
घटना दिनांक 3 सितम्बर की रात करीब 9:30 बजे शेरा जबरन लीला बसोर के घर आ घुसा। वो शराब के नशे में था और उसने लीला की पत्नि के साथ अश्लील हरकतें शुरू कर दीं। इसी के चलते लीला ने रात करीब 2 बजे मौका पाकर शेरा पर बांस काटने वाले हथियार बका से हमला कर गला काट डाला। हमला इतना तेज था कि शेरा की आवाज तक नहीं निकल पाई और वो ढेर हो गया।
बाद में लीला ने पुलिसिया कार्रवाई से बचने के लिए सबूत नष्ट किए और लाश को लेजाकर दूर फैंक दिया ताकि पता न चल सके, परंतु अंतत: पुलिसिया छानबीन में सबकुछ सामने आ ही गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
कैसे पता किया पुलिस ने हत्या का राज
एसपी सागर के स्पेशल टिप्स मिलने के बाद थाना केसली की एक टीम जिसमें थानेदार रमेश शाक्य, चौकी इंचार्ज नरेन्द्र कुशवाह, हवलदार गणोश दुबे एवं सिपाही मिथलेश मिश्र सहित नगर रक्षा समिति के सदस्य अजय शुक्ला शामिल थे, घटना स्थल एवं गांव में पहुंचे। टीम ने वहीं पर पूरी रात बिताई और ग्रामीणों के साथ घुलमिलकर जानकारियां जुटाईं। पूरी टीम को मिली तमाम जानकारियों को जुटाने के बाद संदेह की सुई लीला बसोर की ओर गई। इसी संदेह के आधार पर पुलिस ने लीला बसोर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। पुलिस टीम ने जब लीला बसोर के सामने सारे तथ्य रखे तो अंतत: लीला ने हत्या करना कबूल कर लिया और पूरी कहानी उजागर कर दी।
टीम को मिलेगा इनाम
एसपी सागर अभय प्रताप सिंह ने थाना केसली की पुलिस टीम द्वारा की गई छानबीन की सराहना करते हुए इस प्रकार की खोजी इंवेस्टीगेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की है।