लो एक और आमरण अनशन की घोषणा

शिवपुरी। शिवपुरी के युवा नेता आशुतोष शर्मा ने सट्टा विरोध अभियान के अंतर्गत अभी तक की गई कार्यवाही को न काफी बताते हुए आगे और अधिक सक्रियता व ईमानदारी पूर्ण भाव से सटोरियों को लॉकप के अंदर करते हुए जिला बदर व रासुका जैसी कार्यवाही उनके ऊपर करने की मांग की है।
प्रेस को जारी विज्ञप्ति में शर्मा ने कहा है कि पुलिस अधीक्षक शिवपुरी के प्रयासों से लगता है कि वह सट्टा नामक नासूर से लडऩे के लिए कृत संकल्पित है। परन्तु अभी तक कार्यवाही छुटपुट सटोरियों को पकड़ कर उनको अगले दिन रिहा कर देने तक ही सीमित रही है। जो प्रश्न चिन्ह लगाती है। यह उच्चाधिकारियों को संतुष्ट करने के लिए तो काफी है परन्तु समाज में व्याप्त सट्टा नामक कोढ से लडऩे के लिए अभी तक न काफी है।

शर्मा ने कहा है कि बड़े सटोरिये जिन पर पूर्व में 10 से लेकर 20 तक के अपराध सट्टे की पर्ची काटते हुए व लोगों से झगड़ा करने के कायम हैं। उनकी फाइल अपर कलेक्टर के यहां अपनी बारी की बाट लम्बे समय से जो रही है। उन पर कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। जिसके संदर्भ में अभी कुछ दिनों पहले ही शिवपुरी जिलाधीश को एक ज्ञापन एसडीएम अशोक कम्ठान के माध्यम से सौंपा था। परन्तु अभी तक उन पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है।

यह सटोरियों के व्यापक नेटवर्क व उन पर उच्चाधिकारियों की कृपा दृष्टि ही इंग्ति कराती है। परन्तु समाज के लिए प्रारंभ की गई इस लड़ाई में समझौते की कोई भी संभावना नहीं दिखेगी। अगर तीन दिन के अंदर सटोरियों के जिला बदर संबंधी आदेश जारी नहीं किए जाते तो धरना क्रमिक अनशन व आमरणअनशन जो आखरी चारा है को 10 अगस्त के बाद किया जाएगा। शिवपुरी के लगभग 20 सामाजिक संगठनों जो कि अभी तक अपरोक्ष रूप से इस अभियान में लगे हुए थे। उनके सभी साथियों को एकत्रित कर 10 अगस्त के बाद कभी भी शिवपुरी के मुख्य चौराहे पर सट्टा हटाओ शिवपुरी बचाओ नामक अभियान चलाया जाएगा। जिसमें आमरणअनशन तक जिसकी घोषणा पूर्व में की जा चुकी है।