लाफ्टर फेम कुलदीप हिरासत में, अपने घर को बनाया था बदमाशों का अड्डा

भोपाल। मशहूर कॉमेडियन और लाफ्टर शो के हीरो रहे कुलदीप दुबे को हबीबगंज पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने अपने घर में अपहृत युवक समेत दो अपहरणकर्ताओं को शरण दी थी।

अपहरण के दौरान युवक के साथ जमकर मारपीट भी की गई। युवक को एक युवती के बारे में जानकारी लेने के मकसद से अगवा किया गया था, जो एक आरोपी की बहन है। पुलिस ने इस मामले में दो अन्य को भी आरोपी बनाया है, जिनमें से मुख्य आरोपी फिलहाल फरार है। पटेल नगर भारत टॉकीज निवासी अपहृत संजय सक्सेना, पूर्व बीसीसीआई सचिव जगमोहन डालमिया की मल्टीनेशनल सुपर बाजार ‘7 टू 9’ में भोपाल हेड है।

स्थानीय पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पटेल नगर मंगलवारा निवासी संदीप सक्सेना की इंडिया फोर्ब्स प्राइवेट लिमिटेड के कंपनी है। उन्होंने देर रात हबीबगंज थाने में अपने मौसेरे भाई संजय सक्सेना (42) के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि शाम छह बजे उनके पास ग्राम रेहड़ा, सिवनी मालवा निवासी युवराज सिंह का फोन आया। उसने उन्हें मिलने के लिए अरेरा कॉलोनी स्थित अपने घर बुलाया। संदीप के मुताबिक उन्होंने युवराज से मिलने के लिए अपने मौसेरे भाई संजय को रमेश के साथ शाम छह बजे भेज दिया। रात दस बजे संजय की पत्नी साधना का उन्हें फोन आया। साधना ने बताया कि संजय न तो घर आए हैं और न ही उनका फोन लग रहा है।

उन्होंने जब रमेश से बात की तो उसने बताया कि वह संजय को ई-4, 136 अरेरा कॉलोनी स्थित युवराज सिंह के घर छोड़कर लौट आए थे। काफी प्रयास के बाद जब युवराज और संजय के फोन नहीं लगे तो उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने सूचना मिलते ही पूरे शहर में तलाशी अभियान शुरू किया। काफी तलाश के बाद जब पुलिस युवराज तक नहीं पहुंच पाई तो पुलिस ने सुबह करीब चार बजे आरोपियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर लिया। इस दौरान पुलिस ने युवराज के परिजनों को भी पूछताछ के लिए बुला लिया। पुलिस उनसे पूछताछ ही कर रही थी तभी संजय का संदीप के पास फोन आया। संजय ने बताया कि वह कुलदीप के साथ थाने आ रहे हैं।

सुबह करीब ग्यारह बजे कुलदीप अपने सफारी में संजय को लेकर थाने पहुंचे। पुलिस ने संजय को मेडिकल के जेपी अस्पताल भेज दिया, जबकि कुलदीप से पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया।