शिवपुरी/कोलारस। जिले के कोलारस क्षेत्र में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर अव्यवस्थाओं का डेरा जमा हुआ। यहां बीते 10 वर्षों से पदस्थ बीएमओ ने अपनी हठधर्मिता का अधिकार ऐसा कर रखा है कि यहां जमे हुए सभी चिकित्सकों पर बीएमओ का प्रभाव इस कदर हावी है कि वह भी इनके खिलाफ मुंह नहीं खोल पा रहे है। ऐसे में योजनाओं का क्रियान्वयन कहां से होगा इसका अंदाजा स्वत: ही लग सकता है। कई बार लिखित व मौखिक रूप से स्थानीय जनप्रतिनिधियों, जनता व चिकित्सकीय स्टाफ ने अपनी समस्याओं से बीएमओ को शिकायत की परन्तु उनकी समस्याऐं आज भी वहीं की वहीं है।
कोलारस में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के हालात इन दिनों बड़े ही बुरे हाल में है यहां योजनाओं का धरातल पर क्रियान्वयन तो हो ही नहीं पा रहा तो वहीं नागरिको के लिए स्वास्थ्य सुविधाऐं मिलना भी कोसों दूर है। ऐसे में नागरिकों को स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए इन्हीं शासकीय चिकित्सकों पर निर्भर रहना पड़ता है लेकिन उसके बाद भी नागरिकों को ना तो स्वास्थ्य सुविधाऐं मिलती है और ना ही उन्हें उचित उपचार। इस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर वर्तमान में चार चिकित्सक पदस्थ है इनमें डॉ.सुरेन्द्र शर्मा, बीएमओ डॉ.एच.व्ही.शर्मा, श्रीमती डिम्पल आर्य व डॉ.इन्दु जैन इन सभी चिकित्सकों से अंचल की जनता का उपचार भी ढंग से नहीं हो पा रहा।
यहां बीते लगभग तीन माह से डॉ.इन्दु जैन पदस्थ है लेकिन इन तीन माह में इस महिला चिकित्सक ने अपनी आमद महज 10 मुश्किल से होगी परन्तु मजाल है कि शासकीय सेवा पुस्तिका में इस महिला चिकित्सक की अनुपस्थिति कहीं से कहीं तक नजर आ जाए। आखिर मिलीभगत से सभी चिकित्सक एक-दूसरे की सेवाओं को प्रतिदिन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में दर्शाकर अच्छा खासा मोटा वेतन पा रहे है।
यहां बीते लगभग तीन माह से डॉ.इन्दु जैन पदस्थ है लेकिन इन तीन माह में इस महिला चिकित्सक ने अपनी आमद महज 10 मुश्किल से होगी परन्तु मजाल है कि शासकीय सेवा पुस्तिका में इस महिला चिकित्सक की अनुपस्थिति कहीं से कहीं तक नजर आ जाए। आखिर मिलीभगत से सभी चिकित्सक एक-दूसरे की सेवाओं को प्रतिदिन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में दर्शाकर अच्छा खासा मोटा वेतन पा रहे है।
ग्रामीणजनों व कोलारसवासियों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर मौजूद अव्यवस्थाओं पर जिला प्रशासन से मांग की ह कि यहां बीते 10 वर्षों से बीएमओ के पद पर पदस्थ बीएमओ डॉ.एच.व्ही.वर्मा को अन्यत्र स्थापित किया जाए क्योंकि यह नियम विरूद्ध अपने कार्य पर पदस्थ है जिसके तहत नियम है कि कोई भी शासकीय कर्मचारी एक जगह अंचल में तीन वर्ष तक ही रह सकता है लेकिन यहां बीएमओ पूरे 10 वर्षों से अपनी सेवाऐं दे रहे है। ऐसे में इस ओर शीघ्र कार्यवाही की मांग की गई है।