शिवपुरी। सुरवाया थाना क्षेत्र के ग्राम डबिया गूगर निवासी दरियाव पुत्र जुगराज सिंह चौहान ने जब अपने स्वामित्व की जमीन दूसरों के हाथों जाते देखी तो उसने आत्महत्या करने के लिए सल्फास खा लिया। यह तो अच्छा हुआ कि उसे समय पर इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कर दिया गया। जहां उसकी हालत सुधर रही है। दरियाव ने आरोप लगाया कि उसकी जमीन पर कब्जा करने वाले परशुराम , सुनील गुर्जर और दो राजस्व निरीक्षकों जैन और पंकज शर्मा की करतूतों से वह आत्महत्या करने के लिए विवश हो हुआ।
जिला अस्पताल मेंं भर्ती दरियाव ने बताया कि गांव में उसके स्वामित्व की 26 बीघा जमीन है और उसके पड़ौसी परशुराम के पास महज 9 बीघा जमीन है और पड़ोसी की उसकी जमीन पर नजर है तथा उसने उसकी जमीन दबा भी रखी है। उसके पड़ौसी साहबसिंह और रामराजा भी है। सीमांकन न होने के कारण यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा था कि उसकी जमीन की चतुसीमा क्या है। इस कारण उसने अपने पड़ौसियों से मिलकर सीमांकन के लिए आवेदन किया।
दरियाव के अनुसार सीमांकन कराने के लिए उसने अपने पड़ौसी परशुराम को पांच हजार रूपये और साहब सिंह तथा रामराजा ने भी चार चार हजार रूपये दिए। उसके अनुसार सीमांकन करने के लिए जैन और पंकज शर्मा राजस्व निरीक्षक आए और उन्होंने आधा अधूरा सीमांकन किया तथा सीमांकन पूर्ण किए बिना वे चले गए। दरियाव का आरोप है कि सीमांकन के बाद उसकी जमीन पड़ौसी परशुराम ने दबा ली और उसकी कुछ जमीन राजस्व निरीक्षकों ने सुनील गुर्जर को सौंप दी। जिस पर वह खेती करने लगा। अपने स्वामित्व की जमीन को सांठ गांठ से दूसरों के कब्जे में जाते देखकर दरियाव ने राजस्व अधिकारियों से शिकायत की। लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर परेशान होकर उसने आत्महत्या करने के लिए जहर खा लिया।
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