प्री मानसून से खिले चैहरे

शिवपुरी। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार प्री-मानसून ने शिवपुरी जिले में दस्तक दे दी है। यूं तो दो तीन दिन से आसमान पर बादल छाए थे और पानी बरसने का नाम नहीं ले रहा था। लेकिन आज सुबह से ही झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू हो गया और सुबह सात से आठ बजे तक नगर में जोरदार बारिश हुई। अच्छी बारिश से शहर की गंदगी नालियों में बह गई है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि शिवपुरी में यह मानसून की पहली बरसात है। मानसून हर वर्ष के विपरीत इस बर्ष बिलंब से आया है। सामान्य तौर पर 15 से 25 जून के बीच मानसून आ जाता है लेकिन इस बार जुलाई के प्रथम सप्ताह में मानसून ने आमद दर्ज कराई है। परंतु मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इसके बावजूद शिवपुरी में औसत वर्षा होगी।

इस बार मानसून में बिलंब होने से चहूंओर घबराहट का वातावरण था । किसानों में आशंकाएं थी और पेयजल संकट से भी लोग त्रस्त थे। एक-एक दिन बड़ी मुश्किल से कट रहा था। 20 दिन पूर्व शहर में वर्षा अवश्य हुई थी। उस मौके का फायदा उठाकर कुछ किसानों ने बौनी भी कर दी थी परंतु बरसात न होने और तेज गर्मी पडऩे से बीज सूख गया था और किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा रही थी। गर्मी ने भी सारे रिकार्ड तोड़ दिए थे। तीन दिन पूर्व मौसम में परिवर्तन देखा गया। तापमान में गिरावट आई लेकिन मामूली बूंदाबांदी ने चिंताए और बढ़ा दी। लेकिन आज इंद्र देवता ने सारी कसर दूर कर दी है। सुबह 6 बजे से शुरू हुई वर्षा 8 बजे तक कभी रूक-रूक कर तो कभी तेज गति से होती रही। आज की वर्षा से नागरिकों के चेहरों पर रौनक देखी जा रही है।

एक घंटे की बरसात से कई इलाकों में पानी भरा

आज शहर में एक घंटे तक हुई जोरदार बरसात से कई इलाके पानी से लबालब भर गए। कई बस्तियों में पानी भर गया और स्थिति इतनी बदतर हुई कि घरों में भी पानी निकालने से लोग जूझते नजर आए। एक दिन की बारिश से ही नपा. के इंतजामों की पोल खुल गई। घर में पानी घुसने से परेशान नागरिकों की दिक्कत तब और बढ़ गई जब सीएमओ ने प्रभावित नागरिकों के फोन उठाने से परहेज किया। इससे नागरिक अपनी समस्या से खुद ही जूझते रहे।

नपा. क्वाटर का पिछला हिस्सा पानी से ढहा

गांधी कॉलोनी में नपा. के क्वाटर नं. पांच में आज की जोरदार बारिश से पिछला हिस्सा पूरी तरह ढह गया। यह तो अच्छा हुआ कि कोई जनहानि नही हुई। नगरपालिका का यह क्वाटर रामस्वरूप शर्मा पुत्र सुखलाल शर्मा को आवंटित है। पिछला हिस्सा ढह जाने से वह आज काफी परेशान देखे गए।