फिर झोलाछाप ने ली युवक की जान

शिवपुरी/बदरवास। जिला कलेक्टर के आदेश पर अमल करने वोल जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा गत दिवस झोलाछाप चिकित्सकों के विरूद्ध अभियान शुरू करने की बात कही गई थी लेकिन महज एक दिन की कार्यवाही के बाद यह आदेश हवा में उड़ता नजर आया। यही कारण रहा कि एक बार फिर एक झोलाछाप ने अच्छे भले आदमी की जान लेकर इस कार्यवाही पर प्रश्रचिह्न लगा दिया तो वहीं झोलाछापों की बढ़ती गतिविधियों से स्वास्थ्य अमला भी सबक नहीं ले पा रहा है।
मनियर क्षेत्र में की गई कार्यवाही के बाद स्वास्थ्य अमला तंद्रा में सो गया और फिर नहीं जागा जिसका परिणमा आज बदरवास क्षेत्र में देखने को मिला यहां पूर्ण रूप से स्वस्थ एक व्यक्ति जब अपनी बाईक पर सवार होकर कहीं जा रहा था कि तभी उसे हरारत हुई और चक्कर आए जिस पर उसने बदरवास में एक झोलाछाप को अपना मर्ज बताकर उपचार की बात कही। जिस पर झोलाछाप के इलाज करते हुए इस युवक ने दम तोड़ दिया। बीमार युवक की मृत्यु के बाद से झोलाछाप अपनी क्लीनिक बंद कर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने मामला विवेचना में ले लिया है।

यहां बता दें कि बीते लंबे समय से जिले भर में झोलाछाप चिकित्सक बिना डिग्री व प्रशिक्षण प्राप्त किए हुए मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे है। इस ओर राष्ट्रीय भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति शिवपुरी के जिलाध्यक्ष अशोक सम्राट ने भी अपने संगठन के साथ जिलाधीश को ज्ञापन सौंपकर जिले भर में इन झोलाछापों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की थी लेकिन आज दिनांक तक महज दिखावे के रूप में हुई कार्यवाही का परिणाम है कि झोलाछापों के हौसले बढ़ रहे है और वह बेधड़क अपनी क्लीनिक संचालित किए हुए है। 

अभी कुछ रोज पूर्व ही इस मामले में जिला कलेक्टर आर.के.जैन ने गंभीरता दिखाई और शीघ्र मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.आर.एस.दण्डौतिया को इन झोलाछापों के विरूद्ध कार्यवाही का आदेश दिया। जिस पर अमल करते हुए श्री दण्डौतिया ने महज एक दिन आकस्मिक कार्यवाही करते हुए मनियर क्षेत्र से झोलाछाप ताराचंद कुशवाह को पकड़ा और उसकी क्लीनिक बंद करते हुए उस पर  मामला पंजीबद्ध कराया। लेकिन इस कार्यवाही के बाद कार्यवाही आगे नहीं बढ़ी।

जिसका परिणाम यह हुआ कि जिले के बदरवास क्षेत्र में हनुमान कॉलोनी में झोलाछाप चिकित्सक के रूप में अपनी दुकान चला रहे डॉ.नंदकिशोर सोनी ने रामकिशन पुत्र मोहन लाल कुशवाह उम्र 50 वर्ष की जान ले ली। यहां बता दें कि रामकिशन अपनी बाईक पर सवार होकर बदरवास से कहीं जाने को निकला ही था कि तभी उसे हरारत और चक्कर आने लगे। जिस पर वह बदरवास स्थित सहयोग हॉस्पिटल का संचालन करने वाले झोलाछाप डॉ.नंदकिशोर सोनी के यहां पहुंचे और अपना मर्ज बताया।

रामकिशन की हालत को देखते हुए डॉ.सोनी ने कहा कि कुछ नहीं यह तो गर्मी है इसके लिए बोतल चढ़वा लो और इंजेक्शन लगा देते है जब डॉ.सोनी ने जैसे ही रामकिशन को बोतल चढ़ाई और इंजेक्शन लगाया तो उसकी हालत और बिगडऩे लगी। जिस पर कुछ देर बाद ही हठ्ठे-कट्ठे रामकिशन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जब रामकिशन का शरीर शांत से पड़ गया तो डॉ.सोनी भी हड़बड़ा गए और उन्होंने आनन फानन में रामकिशन के परिजनों को उसे जिला चिकित्सालय ले जाने की बात कही।

जब परिजन तुरत फुरत में रामकिशन को लेकर निकले कि इतने में डॉ.सोनी भी अपनी क्लीनिक बंद कर मौके से फरार हो गए। परिजनों ने डॉ.सोनी के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत की है। यहां बता दें कि आए दिन झोलाछाप चिकित्सक मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे है लकिन इस ओर शिथिल कार्यवाही से इन पर कोई असर नहीं पड़ रहा। जिससे जिले के कई क्षेत्रों में झोलाछापों का शिकार मासूम इंसान हो रहे है।