भारत विकास परिषद का बाल संस्कार शिविर

शिवपुरी। समाजसेवी संस्था भारत विकास परिषद के वीर तात्याटोपे शाखा द्वारा बीते रोज 17 मई से 21 मई तक आवासीय बाल संस्कार शिविर का आयोजन एसपीएस विद्यालय में किया गया। जिसमें बच्चों ने भाग लेकर संस्कार, पीटी योगा, डांस, चित्रकला, बौद्धिक विकास के कार्यक्रम को लगन के साथ सीखा।
संस्था के महत्वपूर्ण कार्यक्रम बच्चों में बचपन से ही संस्कार देना है। इस शिविर में बच्चों ने टीआर चौधरी प्रशिक्षक से पीटी व योगा का प्रशिक्षण प्राप्त किया। डॉ. सुशील वर्मा, समीर गांधी ने बच्चों से परिचर्चा  कर हिन्दू संस्कृति के बारे में विस्तार से बताया। डांस प्रशिक्षक डेबिड शर्मा ने बच्चों को नृत्य के गुर सिखाये वहीं पंपम सर ने चित्रकला सिखलाई। गायत्री परिवार ने भजन संध्या व दीप यज्ञ के बारे में बताया। प्रोफेशर प्रदीप भार्गव, एमएस चौबे द्वारा बच्चों को बौद्धिक विकास कार्यक्रम आयोजित किया गया। 

सिंहब्रदर्स के संचालक मुकेश चौहान  द्वारा शिविर के बच्चों को बस द्वारा रेलवे स्टेशन का भ्रमण कराया गया। शिविर के समापन अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रेलवे स्टेशन प्रबंधक एमएस परमार ने कहा कि बच्चों में संस्कार व अनुशासन में रहना बचपन से सिखाया जाता है। जो उन्हें जीवन भर काम आता हैं।   कार्यक्रम की अध्यक्षता उमेश शर्मा ने की। उन्होंने कहा कि बच्चों का बचपन माटी के घड़े की तरह हैं, जिस तरह कुम्हार मिट्टी से घड़े को बनाते समय जिस तरह मोडऩा चाहता है वह मुड़ जाता है। बच्चों में संस्कार बचपन से डाले जाने चाहिए। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रांतीय संयोजक नीरज अग्रवाल ने कहा कि भाविप का बाल संस्कार शिविर महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। जिसमें हम बच्चों में भारतीय संस्कृति व संस्कारों से बच्चों का परिचय कराते हैं। 

कार्यक्रम से पूर्व वंदेमातरम का गायन किया गया। इसके पश्चात दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात मंचासीन अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। संस्कार शिविर संयोजक पंकज बिलगैंया, आशीष श्रीवास्तव, नीरज जैन, संरक्षक सुरेश बंसल, अध्यक्ष उमेश शर्मा, सचिव कपिल भाटिया, कोषाध्यक्ष संजीव गोयल, हरिओम अग्रवाल, राजकुमार मंगल,  राजीव ढ़ीगरा सहित संस्था पदाधिकारी एवं सदस्यगण इस मौके पर उपस्थित थे। शिविर के समापन अवसर पर मंचासीन अतिथियों द्वारा बच्चों को पुरूस्कारों का वितरण किया गया। कार्यक्रम का संचालन पंकज बिलगैंया ने व आभार प्रदर्शन नीरज जैन द्वारा किया गया।