सरकारी कागजों में उलझा किसानों का 25 करोड़, 130000 क्विंटल गेंहू पड़ा है खुले में

सेन्ट्रल डेस्क
हरदा में एसएमएस के जरिए किसानों को लम्बी कतारों से बचाकर रिकार्ड स्थापित करने वाले आईएएस जॉन किंग्सली शिवपुरी में सफल होते दिखाई नहीं दे रहे हैं। यहां किसानों की लम्बी कतारें, मंडियों में अव्यवस्थाएं, हम्मलों की चालबाजियां, व्यापारियों के गुणाभाग और मैदानी सरकारी अमले की लापरवाही ने हालात गंभीर बना दिए हैं। किसानों को लम्बा इंतजार तो करना ही पड़ रहा है, साथ ही अपनी बारी आने पर रिश्वत स्वरूप प्रति क्विंटल 10 किलो गेंहू भी देना पड़ रहा है। इसके इतर सरकारी अमले की हालत यह है कि जो गेंहू खरीद लिया है, अभी तक उसे भी सुरक्षित नहीं किया जा सका है। जिले भर में पूरा 1 लाख 30 हजार क्विंटल गेंहू खुले आसमान के नीचे पड़ा है, और किसानों का करीब 25 करोड़ रुपए का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है। बेचारे अन्नदाता इंतजार में हैं, कब हुकुम की नजरे इनायत हो और खाते में पैसा आए। यह हम नहीं कह रहे सरकारी कागज बयां कर रहे है। देखिए जिला प्रशासन ने अपनी पीठ थपथपाते हुए जो प्रेसनोट जारी किया, क्या लिखा है उसमें और क्या क्या मायने निकलते हैं इसके :-

राज्य शासन द्वारा घोषित समर्थन मूल्य पर जिले में गेहॅू खरीदी का कार्य जारी है। जिले में अभी तक 5 लाख 69 हजार क्विंटल गेहॅू खरीदा जा चुका है। सहकारिता उपआयुक्त व्ही.एस. उईके ने बताया कि शासन द्वारा घोषित समर्थन मूल्य पर शिवपुरी जिले में गेहॅू खरीदी हेतु 53 केन्द्र बनाये गए हैं। जिले में अभी तक पंजीकृत किसानों से 5 लाख 69 हजार क्ंिवटल गेहॅू की खरीदी की जा चुकी है। जिसमें से 4 लाख 39 हजार क्ंिवटल गेहॅू का परिवहन किया जा चुका है। पंजीकृत किसानों के खाते में 48 करोड़ 43 लाख की राशि सीधे जमा की जा चुकी है। जिलाधीश जॉन किंग्सली ने समर्थन मूल्य पर खरीदी गए गेहॅू के परिवहन हेतु लगाए गये ट्रकों की संख्या बढ़ाने के लिये ठेकेदार को आवश्यक निर्देश दिये हैं। 

जिससे अधिक से अधिक गेहॅू का परिवहन किया जा सके। शासन द्वारा इस वर्ष गेहॅू का समर्थन मूल्य 1285 रूपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। राज्य शासन द्वारा इस वर्ष भी किसानों को 100 रूपये प्रति क्विंटल की दर से बोनस देने का निर्णय लिया है। इस प्रकार किसानों से इस वर्ष 1385 रूपये प्रति क्विंटल की दर से गेहॅू खरीदा जा रहा है। जिले में क्योसक केन्द्रों एवं ऑनलाईन के माध्यम से लगभग 44 हजार किसानों ने गेहॅू बेचने हेतु अपना पंजीयन कराया है। राज्य शासन के निर्देशों के तहत ऐसे कृषक जो समर्थन मूल्य पर अपना गेहॅू बेचने हेतु पंजीयन नहीं करा सके हैं वे कृषक 03 मई तक संबंधित खरीदी केन्द्र पर पंजीयन करा सकते हैं। पंजीयन कराने हेतु इन कृषकों को पंजीयन फार्म के साथ ऋण पुस्तिका आवश्यक रूप से लानी होगी। 03 मई के पश्चात किसी भी स्थिति में कृषकों का पंजीयन नहीं किया जाएगा। शासन द्वारा घोषित समर्थन मूल्य पर इस वर्ष गेहॅू उपार्जन का कार्य 20 मई तक पूर्ण किया जाना है।