लाखों की ठगी: एसडीएम की फर्जी सील लगाकर लूटा लोगों को

शिवपुरी-शहर में इन दिनों ठगी करने का सिलसिला जारी है। जिसके चलते आए दिन भोले-भाले ग्रामीण ही नहीं बल्कि कई शातिर ठग तो शिवपुरी शहर के अच्छे खासे शिक्षित शख्स को भी ठगी का शिकार बना लेते है। इसी प्रकार से बीते कुछ दिनों से जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में चार सदस्यीय ठग गिरोह ने अपनी आमद दर्ज कराई और गांव-गांव जाकर ग्रामीणों को शासन की योजना का लाभ दिलाने के नाम पर ठगी करते हुए उनसे 5 हजार रूपये लेकर उन्हें 50 हजार रूपये का चैक दिया जा रहा था।


इस चैक की खास बात यह थी कि इस चैक पर जो हस्ताक्षर थे वह एसडीएम के नाम से किए गए। जिससे ग्रामीणेां को विश्वास हुआ। लेकिन जब ग्रामीणों को चैक मिलने के बाद उसके रूपये नहीं मिले तो इसकी शिकायत बैंक के अधिकारियों ने पुलिस को की। पुलिस ने मामले की पतारसी की तो पता चला कि चार सदस्यीय ठग गिरोह शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह की वारदातें कर रहे है। जिस पर नगर निरीक्षक कोतवाली दिलीप सिंह यादव ने वरिष्ठ अधिकारियों का मार्ग दर्शन लेकर इस ठग गिरोह को दबोच लिया। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध धारा 419,420,467,468 भादवि  के तहत प्रकरण दर्ज आरोपियों को पुलिस गिरफ्त में ले लिया है।

पुलिस कंट्रोल रूम में मामले का खुलासा करते हुए एड.एसपी यशपाल सिंह राजपूत व नगर निरीक्षक कोतवाली दिलीप सिंह यादव ने बताया कि बीती 10 अप्रैल को सुनीत सिंह चौहान शाखा प्रबंधक मध्य भारत ग्रामीण बैंक द्वारा शिकायत की कि अशोक शाक्य द्वारा घनश्याम व गुड्डी मेहतर निवासी बुडोनी के नाम से स्वयं का एवं एक अन्य महिला का फोटो लगाकर फर्जी खाता क्रमांक 80000888996 खोला गया है और इसी खाते पर जारी चैक फर्जी तरीके से भुगतान हेतु शाखा को प्राप्त हुआ है। उक्त शिकायत पर पुलिस ने धारा 419,420,467,468 भादवि  के तहत प्रकरण दर्ज आरोपियों को पुलिस गिरफ्त में ले लिया है। 
 
इस मामले को लेकर शहर कोतवाली टीआई दिलीप सिंह यादव व उनकी टीम ने आरोपी अशोक शाक्य पुत्र देवीलाल शाक्य निवासी बुडोनी व आरोपी अशोक का बहिनोई मातादीन शाक्य पुत्र छोटे शाक्य निवासी खजूरी को मनियर स्थिति किराये के मकान से गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तब पूछताछ पर आरोपीगण द्वारा स्वीकार किया कि शासकीय योजनाओं से मुफ्त में 50000/- रूपए आम जनता को दिलाने के नाम से आरोपी अशोक शाक्य, घनश्याम के नाम से फर्जी खाते पर उठाई चैक बुक में से फर्जी चैक जारी करता था।
 
 आरोपी बाबूलाल शाक्य निवासी लुधावली फर्जी चैक को शासन से मंजूर कराने के नाम से नकली अनुविभागीय अधिकारी पोहरी की शील लगाकर बताता था कि प्रकरण शासन से मंजूर होकर आ गया तब फर्जी चैक देकर बदले में 10-15 हजार रूपए ऐठ लेता था। इस रकम को आरोपीगण आपस में बांटलेते थे। आरोपी अशोक शाक्य के कब्जे से एक फर्जी तरीके से बैंक से प्राप्त घनश्याम मेंहतर के नाम से बरामद की गई है तथा आरोपी बाबू लाल शाक्य के कब्जे से अनुविभागीय अधिकारी पोहरी के नाम से फर्जी शील बरामद की गई है। मातादीन शाक्य जो फर्जी खाता बैंक में खुलवाने में गारंट बना था उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है तथा घनश्याम मेंहतर की पत्नी गुड्डी के स्थान पर सीमा जाटव निवासी लालमाटी ने अपना फोटो लगाकर फर्जी खाता खुलावाया था उसे भी गिरफ्तार किया जा चुका है।

सुनियोजित तरीके से करते थे काम

इस ठग गिरोह के द्वारा की जाने वाली ठगी भी सुनियोजित तरीके से की जाती थी। आरोपी ठग बाबूलाल शाक्य चूंकि आए दिन ऐसे कार्यों में संलिप्त रहता था और उसका कोर्ट परिसर में भी घूमना फिरना रहता था। जिसके चलते बाबूलाल ने अपने साथियों को इस योजना में शामिल कर पहले ग्रामीणों को अपना निशाना बनाया। इन ग्रामीणों को निशाना बनाने के बाद इनकी नजर शहर के कुछ मध्यमवर्गीय परिवार थी लेकिन यह ऐसा कुछ कर पाते उससे पहले ही इनके किए गए ठगी के व्यापार का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। अब सभी आरोपी पुलिस हवालात में है। ठग गिरोह की इस तरह वारदात आगे हो उसके लिए ही दबोचना निश्चित रूप से अब ठगों की करतूतों पर लगाम लग सकेगी।

इनकी रही भूमिका

इस फर्जी गिरोह का फर्दाफाश करने में कोतवाली पुलिस के टीआई दिलीप यादव, उप निरीक्षक मुन्ना लाल सिकरवार, प्रधान आरक्षक असलम खांन, आरक्षक रामकुमार तोमर, आरक्षक प्रवीण चन्द्रभान, आरक्षक सुधीर आरक्षक केशव तिवारी, अजय शर्मा, विपिन यादव, सेवकराम की विशेष भूमिका रही है। पुलिस अधीक्षक, शिवपुरी द्वारा इस संपूर्ण टीम को पारितोषिक प्रदान करने की घोषणा की गई है।