...बिना मंगलसूत्र पिया घर जाएंगी बेटियां

राजू(ग्वाल) यादव/राकेश डागौर
शिवपुरी। विवाह बंधन के पवित्र रिश्ते को पवित्रता की गांठ में बांधता मंगलसूत्र हर स्त्री के विवाहित जीवन को परिभाषित करता है लेकिन शिवपुरी ही नहीं अपितु पूरे देश भर में केन्द्र सरकार के वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने सर्राफा व स्वर्णकार व्यापारियों पर लगाए 4 प्रतिशत एक्साईज ड्यूटी को भरपाने में व्यापारी वर्ग समर्थ नहीं है वह इसलिए क्योंकि वह भी उपभोक्ताओं से जुड़ा हुआ है। अब बिना मंगलूसत्र पहन पिया घर जाएंगी बेटियां कहावत चरितार्थ होती जान पड़ रही है। कहीं आने वाला समय ऐसा ही ना आ जाए।
ऐसे में कैसे वह एक्साईज डयूटी के बढ़े हुए टैक्स को वहन करे इसकी उसके अलावा केन्द्र सरकार समझ सकती है लेकिन अपनी हठधर्मिता के चलते केन्द्र सरकार को इन व्यापारियों के हितों की चिंता नहीं जिसके चलते आज 20 दिन होने को है और हड़ताल निरंतर जारी है। व्यापारी और सर्राफा के साथ-साथ इनके घटक के रूप में सहयोग स्वरूप जोगी पटवा भी 20 दिनों से हड़ताल पर बैठे है जो  प्रतिदिन की कमाई से अपने परिवार का पालन पोषण करते है लेकिन आज इनके हालात कुछ और है वहीं व्यापारियों के यहां कार्यरत कर्मचारियों के भविष्य की चिंता को देखते हुए व्यापारी वर्ग ही इनका पालन पोषण करने में लगा है। कम से कम ऐसे में तो केन्द्र सरकार को इन व्यापारियों की सुध लेना चाहिए। 

नेताओं का बहिष्कार
दूसरी ओर जनप्रतिनिधियों की बढ़ती दूरियों ने भी व्यापारियों को आहत किया है। अब तो व्यापारियों ने भी जनप्रतिनिधियों के आदर-सत्कार से दूरी बनाते हुए घोषणा कर दी है कि जनप्रतिनिधियों के आह्वान पर होने वाले बंद को समर्थन नहीं दिया जाएगा। इन नेताओं से दूरी बनाए रखने की भी घोषणा कर दी। जब व्यापारियों की विकट परिस्थितियों में जनप्रतिनिधि ही उनकी सुनवाई नहीं कर रहे है तो यह कैसी जनसेवा का कार्य कर रहे है यह एक सोचनीय बात है। ऐसेे में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की व्यापारी वर्ग से दूरी कहीं आने वाले समय में भारी ना पड़ जाए। इससे इंकार नहीं किया जा सकता है। संभवत: ऐसा कुछ आगामी समय में हो भी सकता है।

सर्राफा व्यापारी संघ के अध्यक्ष घनश्याम गर्ग का कहना है कि केन्द्र सरकार द्वारा लगाए गए टैक्स को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, यह व्यापारी पर ही नहीं बल्कि उपभोक्ता पर भी इसका भार पड़ेगा जिसका वहन करना मुश्किल है। व्यापार संघ के उपाध्यक्ष तेजमल सांखला ने कहा कि वैट टैक्स लगाकर व्यापारियों पर बोझ बढ़ा दिया है आज व्यापारियों ने 20 दिन से इस वैट कर के विरोध में दुकानें बंद कर प्रदर्शन किया इसके बाद भी केन्द्र सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। यही हाल रहा है तो यह हड़ताल अनिश्चितकालीन रूप से जारी रहेगी। टेकरी के नीचे सर्राफा की दुकान चलाने वाले संजय सांखला का कहना है कि एक्साईज डयूटी के विरोध में अब तो हम शांतिपूर्ण ढंग से आन्दोलन करते आ रहे है अब इस प्रदर्शन में कल से जूट पॉलिश, सब्जी बेचने जैसे कार्यक्रम भी किए जाऐंगे ताकि व्यापारियों की भावनाओं को केन्द्र सरकार समझें और एक्साईज डयूटी कर के रूप में लगाए गए टैक्स को वापिस लिया जाए।

व्यापारी वर्ग की हड़ताल को आज 20 दिन हो गए है और यह हड़ताल आगामी समय में भी इसी तरह से अनवरत जारी रहेगी। इसके लिए व्यापारी वर्ग बैठक के माध्यम से आगामी समय की रणनीति तय कर रहा है। यूं तो व्यापारी वर्ग दुकानों को बंद कर अपना प्रदर्शन कर रही है लेकिन संभावना जताई जा रही है कि आने वाले समय में इसके और गंभीर परिणाम भी निकलकर सामने आ सकते है। क्योंकि इस प्रदर्शन के ठहरने की गूंज कहीं से कहीं तक नजर नहीं आ रही। ऐसे में अब बिन मंगलसूत्र ही ससुराली जाएगी दुल्हनियां... कहावत चरितार्थ हो रही है।

व्यापारी कर रहे कर्मचारियों का भरण पोषण

चूंकि व्यापारी वर्ग बीते 20 दिनों से हड़ताल पर है और ऐसे में उनके यहां कामकाज संभालने वाले कर्मचारियों पर इस हड़ताल का प्रभाव सबसे अधिक देखा जा सकता है। ऐसे में इन कर्मचारियों के परिवार का भरण-पोषण कैसे हो, तो सर्राफा व्यापार संघ के अध्यक्ष पंकज गर्ग का कहना है कि व्यापारी भाईयों की जितनी भी दुकानों पर जो कर्मचारी कार्य कर रहे है उनका परिवार हमसे है और संघ का हर प्रतिनिधि इन कर्मचारियों का भरण-पोषण कर रहा है। यह लड़ाई जब तक लड़ी जाएगी तब तक इन कर्मचारियों को किसी भी  प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। कर्मचारियों ने भी इस अवसर पर अपनी भावनाओं का जिक्र करते हुए व्यापारियों के द्वारा दी जा रही सेवाओं का लाभ लेने की बात कही। कहा कि वाकई व्यापारी वर्ग का सहयोग हमें मिल रहा है जिससे हमारा परिवार सुचारू रूप से चल पा रहा है।

करोड़ों का काम हो रहा प्रभावित

सर्राफा व्यापार संघ और स्वर्णकार संघ के बैनर तले जारी हड़ताल के चलते आज पूरे देश भर में करोड़ों रूपये का काम प्रभावित हो रहा है। सर्राफ व्यापार संघ के तेजमल सांखला व अजय सांखला ने संयुक्त रूप से बताया कि शिवपुरी जिले में वर्तमान में 8 हजार व्यापारी के द्वारा किए जाने वाले काम में भी करोड़ों का नुकसान हो रहा है। अकेले शिवपुरी शहर में ही कम से कम हजार व्यापारी ऐसे है जो प्रतिदिन लाखों रूपये का व्यापार करते है लेकिन आज हड़ताल से यह पूरा काम प्रभावित व ठप्प पड़ा हुआ है।
दुकानों के ताले किए सील, सील हटी तो जुर्माना 11 हजार


व्यापारी संघ ने एकजुटता के साथ सभी को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया है। जिसके तहत अब दुकानदारों ने सभी सर्राफा व स्वर्णकारों की दुकानों पर तालाबंद की है और इन पर सील लगाकर इन्हें सीज कर दिया है। ऐसे में यदि कोई भी इन सीलों को तोड़कर व्यवसाय करने के लिए दुकान प्रतिष्ठान खोलता है तो उसके विरूद्ध 11 हजार रूपये जुर्माना किया जाएगा। साथ ही दुकानों पर अनिश्चितकालीन हड़ताल के संदर्भ में कागजी नोट चस्पा किया गया है। 


ये कहते है

सुरेश सोनी
सर्राफा व्यापार संघ की हड़ताल को आज पूरे 20 दिन हो चुके है लेकिन केन्द्र सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही, यदि यही हाल रहा है तो व्यापारियों का आक्रोश बढ़ जाएगा और इसके लिए आगामी रणनीति के तहत उग्र आन्दोलन किया जाएगा। व्यापारी संघ संगठित है और एक्साईज ड्यूटी का विरोध करते है क्योंकि इससे व्यापारी ही नहीं बल्कि उपभोक्ताओं की भी परेशानियां बढ़ेगी। यह सहन नहीं किया जाएगा।
 
 सुरेश सोनी
स्वर्णकार संघ

लोकेश सोनी
केन्द्र सरकार द्वारा लगाई गई एक्साईज डयूटी के रूप में 4 प्रतिशत का टैक्स लगाकर हमें तो 1962-90 के उस युग की याद  दिला दी जब तत्कालीन कांग्रेस पार्टी की केन्द्र सरकार द्वारा इसी तरह की गोल्ड कंट्रोल नाम से व्यापारियों पर बोझ डाला गया था। इसी प्रकार से अब एक्साईज डयूटी लगाकर किया जा रहा है। इस तरह केन्द्र सरकार अपने रवैये को बार-बार प्रदर्शित कर रही है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमारी हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक एक्साईज डयूटी वापिस नहीं ली जाती जबकि मप्र सरकार द्वारा शक्कर, कपड़ा और बिजली पर वैट टैक्स वापिस ले लिया गया तो एक्साईज डयूटी भी वापिस लेनी चाहिए।
लोकेश सोनी
व्यापारी, सर्राफा संघ शिवपुरी

प्रकाश सोनी
हमारी लड़ाई किसी वर्ग विशेष से नहीं बल्कि केन्द्र सरकार की हठधर्मिता पूर्ण लिए गए उस निर्णय से है जिससे आज व्यापारी वर्ग परेशान है ना तो हमारी सुनवाई स्थानीय नेता कर रहे है और ना ही इसके लिए कोई हल निकाले जाने की रूपरेखा बनाई जा रही है अभी सर्राफा और स्वर्णकार संघ द्वारा होशंगाबाद और अहमदाबाद में विरोध प्रदर्शन किया गया तो उन पर लाठी चार्ज हुआ। यह बर्बरता किस लिए हम हक की लड़ाई लड़ रहे है एक्साईज डयूटी वापिस लेनी ही होगी अन्यथा यह आन्दोलन इसी तरह अनवरत रूप से जारी रहेगा।
प्रकाश सोनी
दुकानदार, स्वर्णकार संघ शिवपुरी