पहले गलत नाम दर्ज किया फिर सुधारने के लिए ऐंठ लिए 3000

शिवपुरी। सरकारी मशीनरी एक्सट्रा इनकम के लिए क्या क्या तरीके खोज निकालती है, अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। मामला खनियांधाना का है जहां एक बालक के जन्म के अवसर पर जन्मप्रमाण पत्र में पहले तो माँ का गलत नाम दर्ज कर लिया गया, फिर उसे सुधारने के लिए 3 हजार रुपए की रिश्वत वसूली गई। पीडि़त ने तत्समय पैसे तो दे दिए लेकिन बाद में इसकी शिकायत कलेक्टर से कर दी। अब देखना यह है कि चोर पर मोर वाले इस मामले में कलेक्टर क्या कदम उठाते हैं।
इस कहानी के किरदार धनमान सिंह गुर्जर की पत्नी रामजू गुर्जर को 29 नवम्बर 11 को पुत्र रत्न प्राप्ति के बाद जो जन्म प्रमाण पत्र उप स्वास्थ्य केन्द्र खनियाधाना द्वारा दिया गया। उसमें लिपिक एवं स्वास्थ्य केन्द्र के डॉ.उचारिया द्वारा जो जन्म प्रमाण पत्र एवं ऑपरेशन कार्ड दिया गया उसमें पति का नाम धर्मेन्द्र सिंह गुर्जर व पत्नी का नाम आशा रानी गुर्जर अंकित किया गया। 

इस कागजी गड़बड़ी को सुधरवाने जब धनमान सिंह उप स्वास्थ्य केन्द्र खनियाधाना पहुंचा तो वहा लिपिक व डॉ.उचारिया ने 3000 रूपये लिए और इसे दुरूस्त कराकर उसे सौंप दिया गया लेकिन कागजी गड़बड़ी में लिपिक व डॉ.उचारिया की लापरवाही का खामियाजा धनमान सिंह को भुगतान पड़ा। ऐसे में धनमान सिंह ने एक लिखित हस्ताक्षरयुक्त शिकायत जनसुनवाई के माध्यम से जिला कलेक्टर को की है और दिए गए रूपये वापिस एवं संबंधित भ्रष्ट लिपिक व डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। धनमान सिंह ने इस मामले से जुड़े सभी दस्तावेज भी मीडिया के समक्ष प्रस्तुत किए है।