बिजली कटौती से कृषकों के सूखे पड़े खेत

शिवपुरी 3 दिसम्बर का. जिला मुख्यालय से महज 5 किमी दूरी पर बसा ग्राम सिंहनिवास जहां हमेशा से ही बिजली समस्या बनी रहती है। जिससे ग्रामवासियों को पीने के पानी के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है और दूर-दराज से वह पीने का पानी ला पा रहे है।


वहीं दूसरी ओर रबी के सीजन में फसल को पानी देने की भी कोई अन्य व्यवस्था नहीं है क्योंकि पूरे 24 घंटे बाद एक दिन उन्हें बिजली मिलती है वह भी चंद घंटों जिससे अब भी किसानों के खेत सूखे पड़े हुए है। इस भारी भरकम सस्याओं की ग्रामीणों ने कई मर्तबा जिला कलेक्टर व विद्युत विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों तक भी शिकायत की है लेकिन हर बार महज आश्वासन ही ग्रामवासियों को मिलता है। 
 
जब शहर के नजदीक ही गांव के यह हालात हो रहे है तो दूर-दराज बसे ग्रामों की स्थिति क्या होगी यह बखूबी हम जान सकते है। वहीं क्षेत्र में पदस्थ लाईनमैनों से जब ग्रामीण अघोषित कटौती की जानकारी लेते है तो वह टालमटोल कर ग्रामीणों को चलता कर देते है बल्कि हकीकत  तो यह है कि बड़ौदी स्थित विद्युत सब स्टेशन से हर रोज विद्युत की सप्लाई दी जा रही है उसके बाबजूद भी जसराजपुर पर लगा क्षेत्रीय विद्युत फीडर पर भी बिजली होने के बाबजूद भी गांवों में बिजली नहीं दी जाती। कई ग्रामीणों का तो यह भी कहना है कि फीडर पर बिजली होने पर जब हम मांग करते है तो लाईनमैन उनसे अवैध वसूली करने पर उतारू हो जाते है और मांग करते है कि आपकी होने वाली गेहॅंू चने की फसल में से भी हम लोगों के गेहॅंू की व्यवस्था होनी चाहिए तभी आपको पर्याप्त बिजली दी जाएगी। इस तरह हो रहे किसानों के शोषण को रोकने में न तो प्रशासन दिलचस्पी दिखा रहा और न ही विद्युत विभाग जो सरेआम ऐसे लाईनमैनों के विरूद्ध कार्यवाही कर सके और किसानों को बिजली मुहैया हो। 
 
जहां इन दिनों रबी की फसल के सीजन का अंतिम समय चल रहा है अगर इसी दौरान सही समय पर  सही बिजली किसानों को नहीं मिली तो निश्चित ही मानिए किसानों के खेत सूखे के सूखे ही पड़े रह जाऐंगे और वह साल भर अपने परिवार को पालने के लिए अनाज का दाना भी नहीं उगा सकेगा। वहीं क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी किसानों की इस समस्या में रूचि दिखाते नहीं जान पड़ रहे है। जहां विद्युत सब स्टेशन से लगातार विद्युत मिलने के बाबजूद भी किसानों को समय पर बिजली न देना विद्युत विभाग के अधिकारियों द्वारा सरासर किसानों का शोषण करना ही कहा जाएगा। अगर जल्द से जल्द ग्राम सिंहनिवास में विद्युत कटौती की समस्या का कोई हल नहीं निकाला गया तो निश्चित ही मानिए कि किसी दिन ग्रामीणों के आक्रोश का शिकार कोई भी प्रशासनिक अधिकारी बन सकता है।
 
इनका कहना है-हमें 24 घंटे में एक दिन बिजली मिलती है वह भी चंद घंटों के लिए उसी में कभी खराब हो जाती है तो हमारी ट्यूबवैल की मोटरें भी खराब हो जाती है जहां इसे सुधरवाने में हजारों रूपये लगते है वहीं पानी की समस्या भी बनी हुई है।
उदय सिंह रावत
कृषक ग्राम सिंहनिवास

खेत सूखे पड़े हुए है बिजली मिल नहीं रही और फीडर पर रोज बिजली आती है उसके बाबजूद भी हम लोगों के साथ बिजली के नाम पर छलावा किया जा रहा है और हमारी समस्या सुनने वाला भी कोई नहीं है।
देवेन्द्र सिंह रावत
कृषक ग्राम सिंहनिवास
 
हम कई बार अधिकारियों को शिकायत कर चुके है उसके बाबजूद भी आज तक बिजली समस्या का कोई निदान नहीं हो सका है हर रोज 5 किमी दूर से पीने का पानी लाना पड़ता है जिससे मैं अपने ऑफिस जाने में भी लेट हो जाता हॅंू।
बाला शर्मा
शासकीयकर्मी ग्राम सिंहनवास