शिवराज जी, सुशासन है तो करो शिवपुरी आरटीओ पर कार्यवाही

त्वरित टिप्पणी
ललित मुदगल
शिवपुरी-भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में म.प्र.सरकार ने अटल जी के जन्मदिवस के रूप में सुशासन दिवस मनाने का संकल्प लिया। शिवपुरी नगर में स्थित गाँधी पार्क मैदान में मानस भवन में जिला पंचायत अध्यक्ष शिवपुरी, प्रभारी कलेक्टर शिवपुरी, सीईओ जिला पंचायत शिवपुरी, नपाध्यक्ष शिवपुरी, विधायक शिवपुरी, एसडीएम व नपा उपाध्यक्ष सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। जिन्होंने सुशासन दिवस के मौके पर भ्रष्टाचार को खत्म, समय पर निष्पक्ष रूप से कार्य कर जनमानस के कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करने का संकल्प दिलाया गया। जिससे प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान का प्रदेश को स्वर्णिम म.प्र. बनाने का सपना पूरा हो सके।

जिले के सम्पूर्ण भाजपा सहित पूरा प्रशासनिक अमला सुशासन दिवस पर जनहित तक शासन की योजनाओं के अनुरूप कार्य करने का संकल्प ले रहा था। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने इस सुशासन की हकीकत को तब सामने ला दिया जब काफी समय बाद भी आरटीओ कार्यालय में अपने नियतम समय तक नहीं खुला। इससे क्रोधित होकर न केवल कांग्रेसियों ने हंगामा किया बल्कि कार्यालय में ताला जड़कर यह दिखा दिया कि प्रदेश के मुखिया का सपना सुशासन महज दिखावा साबित हो रहा है। असल में यहां सुशासन कुशासन का कृत्य किसी और ने नही बल्कि स्वयं परिवहन अधिकारी ने किया। जिन पर कांग्रेसी ही नहीं वरन् हर आमजन अपनी पीड़ा को देखते हुए इस अधिकारी को कोसता है। इतना सब होने के बाद भी प्रदेश के मुखिया के सुशासन के मुताबिक यदि यही सुशासन कहा जाएगा। तो शिवपुरी आरटीओ पर कार्यवाही होना भी आवश्यक है। तब सही अर्थों में आमजनमानस को सुशासन का महत्व नजर आएगा। चाहे बात जन समस्या की हो या बात हो किसी अधिकारी के द्वारा किए जाने वाले कार्यों की, हर तरफ भ्रष्टाचार रूपी दंश से आमजन पीडि़त है। एक ओर जहां आरटीओ कार्यालय में छोटे-से छोटे कार्य के लिए भेंट पूजा की जाती है तो वहीं दूसरी ओर इस अमले की कमान संभाले परिवहन अधिकारी महज एक दो दिन नहीं बल्कि पूरे हफ्ते और महीने भर अपने घर से ही कार्यालय संचालित कर रहे है।
परिवहन विभाग को मलाईदार विभागों में गिना जाता है। यह विभाग सरकार के अनैतिक खर्चों को भी बड़ी जिम्मेदारी से पूर्ण करता है। शिवपुरी जिले के आरटीओ अशोक निगम अपने कार्यालय में यदाकदा ही देखे जाते है। शिवपुरी जिले की संपूर्ण प्रेस पर इनका एक भी छायाचित्र नहीं है। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री के सबसे घनिष्ठ मंत्री के सबसे बफादार अधिकारियों में से एक है। एक ओर जहां मुख्यमंत्री प्रदेश को स्वर्णिम प्रदेश बनाने का सपना देख रहे है। शिवपुरी जिले के परिवहन अधिकारी अशोक निगम उन्ही की योजनाओं पर डंके की चोट पर मनमर्जी से काम करने में तल्लीन है। इस पूरे मामले में जिला कांग्रेस ने अपना विरोध दर्शाकर यह बता दिया कि आरटीओ विभाग अधिकारी की नहीं दलालों की सरपरस्ती से संचालित है। 

इस संबंध में एक ज्ञापन भी कलेक्टर को सौंपकर परिवहन अधिकारी व कार्यालय में चल रही दलाल प्रथा के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की है। इस पूरे मामले में एक प्रश्र जन्म लेता है अगर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान  स्वयं ने निष्पक्ष और जनमानस का कार्य समय-सीमा में करने का संकल्प लिया है तो मुख्यमंत्री जी इस आरटीओ पर करें कार्यवाही...। अगर कार्यवाही नहीं होती है तो स्वयं मुख्यमंत्री जी ने भी सुशासन दिवस पर जो संकल्प लिया है वह एक दिखावटी और बनावटी।