प्रेम हो तो मीरा, प्रहलाद और गौतम जैसा:मुनि चिदानंद

शिवपुरी 29 नवम्बर का. वेद-पुराण, रामायण, गीता अथवा कोई भी शास्त्र को पढऩे एवं कंठस्त याद करने के बाद भी आदमी वह ज्ञान प्राप्त नहीं करपाता जो प्रेम शब्द को पढ़कर करता है। प्रेम मीरा, प्रहलाद और गौतम जैसा होना चाहिए। प्रेम की परिभाषा समझाते हुए उक्त  प्रवचन पन्यास प्रवर चिदानंद विजय जी मा.सा.ने जैन श्वेताम्बर मूर्ति पूजक संघ के अध्यक्ष दशरथमल सांखला के निवास स्थल पर कहे। वे वहां चतुर्विघ संघ के साथ पधारे थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में लक्ष्मी विजय जी मा.सा. ने भक्ताम्बर पाठ का वाचन किया। कार्यक्रम में श्रीप्रकाश शर्मा, अनुराग अष्ठाना ने भी अपने विचार व्यक्त किए।



मुनिश्री ने कहा कि प्रेमी वह होता है जो देने की बात करे,प्रेमी को हमेशा देने में खुशी होती है। सच्चा प्रेमी मजनू की तरह होता है। आज के दौर में हमने प्रेम की परिभाषा को बदल दिया है और प्रेम शब्द का इस्तेमाल स्वार्थ सिद्धी में किया जाता है। हमेें चाहिए कि हमारा प्रेम मीरा की तरह हो, जिसके सामने विष का प्याला देकर यह कह दिया गया था कि या तो इेस पीयो अथवा कृष्ण को भूल जाओ, मीरा ने कृष्ण को भूलने की बजाय विष का प्याला मंजूर किया। प्रेम तो प्रहलाद की तरह होता है। जिसने भगवान से प्रेम कर आग में बैठना अंगीकार किया। प्रेम तो भगवान गौतम की तरह होता है, जो यदि भगवान महावीर से दूर हो जाते तो सब कुछ मिल जाता परन्तु वे उन्हें छोड़ कर जाने के लिए तैयार नहीं हुए। श्रेणिक राजा का भी प्रेम महावीर के प्रति जो रहा वह प्रेम ही मोक्ष का मार्ग है। 
 
आज हुए प्रवचन में उन्होंने चंदनवाला और मंजनू के प्रेम को भी समझा उन्होंने कहा कि सांसारिक जीवन में रहते हुए यदि आप अपनी पत्नि के प्रति प्रेमी नहीं हो तो किसी और प्रेम को क्या समझोगे। उन्होंने कहा कि प्रेम जिंदगी का स्वाद है और इसे पीने वाला ही इसका स्वाद बता सकता है। प्रवचन के बाद कार्यक्रम में पधारे अनुराग अष्ठाना ने अपने विचारों में कहा कि इस वर्ष महाराजश्री के चातुर्मास होने के कारण शिवपुरी में धर्म की गंगा बहती रही। जिसके चलते इन्द्र देवता भी प्रसन्न रहे और इस बार जो बारिश हुई है वह सब इसी का प्रभाव है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वे शिवपुरी की जनता को दिल से प्रेम करते हैं और यथा संभव नगर पालिका क्षेत्र के जो कार्य आते हैं उन्हें करने की कोशिश करते हैं। आज के कार्यक्रम में श्रीप्रकाश जैन, पूर्व विधायक गणेश गौतम, पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला, कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामसिंह यादव सहित जैन समाज लोग उपस्थित थे।