हिन्दू नववर्ष पर सरस्वती विद्यापीठ ने किया प्रतिभा सम्मान समारोह

शिवपुरी। हिन्दू नव वर्ष के आगमन पर सरस्वती विद्यापीठ आवासीय विद्यालय में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें सभी भैयाओं और आचार्यों द्वारा नव संवत्सर का स्वागत सूर्य को अद्र्ध देकर तथा प्रात:कालीन वेला में प्रभाती कार्यक्रम में मैहर घराने से संबंधित श्रीमती स्नेहलता सिंघल के द्वारा अहीर, भैरव, आलाद, जोड़ आलाप आदि रागों में सितार वादन किया गया। जिनका तबले पर संगत श्रीमती संगीता अग्रवाल के द्वारा किया गया तथा शास्त्रीय संगीत की अगली कड़ी में ग्वालियर से पधारे ध्रुपद केन्द्र के गुरू श्री पं. अभिजीत सुखदाणे के साथ उनके शिष्य देवेन्द्र राजपूत, चन्द्र कुशवाह, भानू श्रीवास्तव ने ध्रुपद में आलाप, जोड़, तान तलवार की शिफर पर एवं राग भैरव में सूल ताल में वंदिश, शिव आदि की प्रस्तुति दी इनके साथ पखावज पर संगत सुविख्यात पखावज वादक पं. श्री जगतनारायण शर्मा ने की।

कार्यक्रम की अगली कड़ी में सरस्वती विद्यापीठ आवासीय विद्यालय के द्वारा उत्कृष्ट सेवा एवं प्रदर्शन करने वाली प्रतिभाओ को सम्मानित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान के प्रांतीय उपाध्यक्ष शिरोमणि दुबे , अध्यक्षता ज्ञानसिंह कौरव विभाग समन्वयक विद्याभारती मध्यभारत प्रान्त शिवपुरी विभाग, विशिष्ट अतिथि अंगद सिंह तोमर बी.आर.सी. शिवपुरी तथा जितेंद्र परसाई प्राचार्य विद्यापीठ रहे ।

कार्यक्रम का शुभारंभ  सरस्वती माँ के समक्ष दीप प्रज्वलित कर सरस्वती वंदना से किया गया तथा अतिथियों का परिचय सुश्री ऋचा प्रियम श्रीवास तथा श्री मनोज चौहान एवं पुरुषोत्तम शर्मा के द्वारा तिलक लगाकर स्वागत किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री दुबे ने कहा कि इस प्रकार की प्रतिभाओं को सम्मानित करना वास्तव में स्वयं के लिए एक उपलब्धि है यह सम्मान करते हुए गौरवान्वित हूँ कि यह प्रतिभायें राष्ट्र निर्माण के लिए नवीन सृजनात्मकता उत्पन्न करना है इस उपलक्ष्य में राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाले भैयाओं एवं उत्कृष्ट सेवाकार्य करने वाले आचार्य परिवार को तथा शासकीय शिक्षक जिनका विद्यापीठ को समय-समय पर सहयोग प्राप्त होता रहता है को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का संचालन श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव एवं अंत में आचार्य कमल किशोर कोली के द्वारा आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर पर सरस्वती विद्यापीठ के समस्त भैया आचार्य परिवार एवं शासकीय शिक्षक उपस्थित रहे।