प्रभात झा अपना मानसिक संतुलन खो चुके है, क्षेत्र में आने पर लगाएं प्रतिबंध: जिला कांग्रेस

शिवपुरी। कोलारस उपचुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस अपने अपने प्रत्याशीयों की स्थिति मजबूत बताकर जीत अपनी झोली में आने के दावे कर रही है। वही दोनों ही दल एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप की राजनीति कर पब्लिक को अपनी और आकर्षित करने का प्रयास कर रहे है। बीते रोज भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद प्रभात झा ने अपने आप को सिंधिया से जान का खतरा बताते हुए प्रेस वार्ता की। इस बात को लेकर जब मीडिया ने सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से जानकारी चाही तो उन्होंने इस पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया।

लेकिन आज जिला कॉगेस प्रवक्ता हरवीर सिंह रघुवंशी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सांसद राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा काा दिमाकी संतुलन खो जाने की बात कही है। हरवीर रघुवंशी ने बताया है कि प्रभात झा द्वारा अपने निजी व्यापारिक प्रतिवह वार्ता प्रेस वार्ता क्षेत्रीय सांसद को लेकर जिन शब्दों का उपयोग किया है वह इस बात को प्रमाणित करता है कि वह अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं, हमारा भाजपा के वरिष्ठ नेतृत्व में आग्रह है कि वह इनके इलाज किसी अच्छे मानसिक चिकित्सक से कराएं।

क्योंकि इतने बड़े पद पर बैठे व्यक्ति को इस तरह के शब्दों का प्रयोग कतई सोभा नहीं देता और इस तरह के शब्दों को किसी भी पार्टी के वरिष्ठ नेता किसी भी सम्माननीय जनता के चुने प्रतिनिधि को नहीं कह सकता यह उनके मानसिक दिवालियापन का ही प्रतीक है जहां तक ग्राम रिजौदा में एक आम व्यक्ति द्वारा प्रभात झा को जो शब्द कहे वह कोई पार्टी पदाधिकारी नहीं थे। बल्कि जनता का आम व्यक्ति था वह शब्द उनके नहीं उनकी इस अंचल के आम व्यक्ति के शब्द थे जब किसी बात की परिकिष्टता हो जाता है ।

हर बात की एक सीमा होती है और प्रभात झा की विगत सालों में इस अंचल के जन नायक जनता के प्रतिनिधि को संसदीय क्षेत्र में अमर्यादित भाषा का उपयोग का अपनी दुकानदारी चलाने कुचक्र प्रभाव करते रहते हैं जिसे उन्हे पेपरों में जगह मिल जाये। जनता जाने की कोन प्रभात झा कोन है आक्रोश प्रतीक था कि जहां तक कांग्रेस पार्टी का सवाल है पार्टी गांधी जी के विचारों की पार्टी है लेकिन सबकी एक सीमा होती है और प्रभात झा उस सीमा को पार करते जा रहे हैं। 

भाजपा जो चाल चरित्र की बात करती है उस पार्टी में प्रभात झा जैसे व्यक्ति कलंक जरासंद ही हैं हमारा निर्वाचन आयोग से अनुरोध है इन्हें संसदीय क्षेत्र में प्रवेश रोकें इनके साथ किसी भी तरह की कोई भी घटना स्वयं घटित करा सकतें है स्वयं जिम्मेदार होंगे न कि हमारी पार्टी हम स्थानीय प्रशासन/निर्वाचन आयोग में अनुरोध करते हैं कि प्रभात झा पर प्रतिबंध लगएं जिसमें हमारे शांतिप्रिय जिले में ऐसे तत्व अशांति न फैला सकें प्रजातंत्र में पक्ष-विपक्ष होते हैं और विपक्ष का विरोध होता है न कि इतने बड़े पदाधिकारी का, इस ढंग के शब्दों का प्रयोग करें और यह नेता जब भी अंचल में आते हैं हद पर करने की प्रति अपमानित भाषा का उपयोग करते हैं फिर माफी मांगते हैं चाहे शिवपुरी के पत्रकारों का मामला या फिर शिक्षकों का, या फिर कृषकों का हमेशा इन्होंने अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है ऐसी स्थिति में इनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगाएं।

यह व्यक्ति स्वयं बखेड़ खड़ा कर कोई घटना स्वयं घटित करने जा रहे हैं ऐसी इनकी कार्यशैली से प्रमाणित हो रहा स्थिति में इन पर प्रतिबंध लगाया जावे, कोई भी पार्टी का व्यक्ति जो इतने बड़े पद हो तो इस तरह की भाषा का उपयोग नहीं कर सकता है।