अब नशा नहीं, पत्नी का करुंगा सम्मान, इन वचनों को सुन हुई सुलह

शिवपुरी। जिला पुलिस अधीक्षक सुनील पांडेय के नेतृत्व और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में विगत एक वर्ष से अनवरत चलाए जा रहे परामर्श शिविर के तहत शनिवार को आयोजित जिला पुलिस परिवार परामर्श केंद्र्र के शिविर में परामर्शदाताओं के प्रयास और पारिवारिक समझाइश से 6 बिछड़े पति-पत्नी में सुलह कराकर उन्हें एक साथ रहकर जीवन बिताने के लिए राजी किया गया। 

15 प्रकरणों का हुआ निराकरण
स्थानीय पुलिस कंट्रोल रूम में शनिवार को आयोजित परिवार परामर्श केंद्र्र के शिविर में कुल 15 प्रकरणों का निराकरण किया गया। इसमें जहां 6 पति-पत्नियों के बीच समझौता कराकर उनके घर टूटने से बचाए गए। वहीं एक प्रकरण में जहां सास और बहू में सुलह कराई गई तो वहीं दूसरे प्रकरण में जेठ और बहू के बीच चल रहे विवाद को राजीनामे के द्वारा समाप्त कर कुल 8 प्रकरणों में समझौते कराए गए। एक प्रकरण में डीआईआर की अनुशंसा की गई तो वहीं तीन प्रकरणों में एक पक्ष उपस्थित न होने के कारण अगली तारीख दी गई। तीन प्रकरणों में न्यायालय जाने की अनुशंसा की गई। उल्लेखनीय है कि परिवार परामर्श केंद्र के उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए गणतंत्र दिवस के आयोजन में पोलोग्राउंड पर सभी काउंसलरों को सम्मानित भी किया जा चुका है।

नवदंपत्ति में करवाई सुलह
इनमें शबाना (24) का आविक (26) के साथ छह माह पूर्व ही शादी हुई थी और विगत दो माह से पत्नी पति से अलग मायके में रह रही थी और तलाक की नौबत आ चुकी थी। परामर्शदाताओं ने दोनों को अपनी कुशल समझाइश से एक करने में सफलता प्राप्त की और दोनों ही एक साथ अपने घर को चले गए।

दहेज के लिए करता था पत्नी की मारपीट, काउंसलरों की समझाईश के बाद फिर हुए एक
एक अन्य प्रकरण में शिवपुरी निवासी शारदा का विवाह रायपुर छत्तीसगढ़ निवासी विक्रमसिंह के साथ दो साल पूर्व संपन्न हुआ था और पति के नशे, मारपीट, दहेज आदि मांगे जाने के कारण पिछले सात माह से लड़की शिवपुरी रह रही थी। उक्त लड़की लॉ ग्रेज्युएट भी थी। काउंसलरों ने दोनों को समझाइश देकर एक करने में सफलता प्राप्त की। अब विक्रमसिंह अलग घर लेकर अपनी पत्नी के साथ रहेगा और नशा आदि नहीं करेगा और यदि पत्नी नौकरी करना चाहेगी तो उसको नौकरी भी करने देगा। 

शराब न पीने की ली शपथ तो सााथ् रहने को तैयार हो गई पत्नी
एक अन्य रोचक प्रकरण में मगरौनी निवासी रीता का विवाह शिवपुरी निवासी बद्री कुशवाह के साथ हुआ था। शादी के मात्र एक साल बाद ही रीता अपने मायके रह रही थी। उसका आरोप था कि पति उसके साथ शराब पीकर दुव्र्यवहार करता है। काउंसलरों की समझाइश के बाद जहां पति ने जीवन में कभी शराब न पीने की शपथ ली और पत्नी का सम्मान करने का वचन दिया। 

सास बहू को कराया एक
एक अन्य रोचक प्रकरण में रामो कुशवाह का पति पांच साल पूर्व गुजर गया था और उसका डीजे डेढ़ लाख रूपये में बेचकर विगत पांच वर्ष से वह अपना और अपने बेटे का गुजारा कर रही थी। इसका अपनी सास से मकान में रहने को लेकर विवाद चल रहा था। काउंसलरों ने जब सास और बहू दोनों को समझाया और इनमें समझौता कराया तो सास बहू के गले से लिपटकर रोने लगी। सास ने बहू को न केवल अपने मकान में रहने के लिए कमरा दिया, बल्कि अपने पोते की देखरेख करने की भी गारंटी ली। 

ये रहे मौजूद
इस अवसर पर जिला संयोजक, वरिष्ठ काउन्सलर श्रीमती सीमा-सुनील पाण्डेय, उमा मिश्रा, पुष्पा खरे, आनंदिता गांधी, प्रीति जैन, किरण ठाकुर, गुंजन खेमरिया, नम्रता गर्ग, नीरजा खण्डेलवाल, नरेश गौंडल, संतोष शिवहरे, डॉ. इकबाल खान, राहुल गंगवाल, राजेन्द्र राठौर, राजेश गुप्ता, महिला सेल प्रभारी कोमल परिहार, एएसआई बेबी तबस्सुम सहित महिला सेल का स्टाफ मौजूद था।