शिवपुरी। चोर, अपराधियों व अन्य कई प्रकार के क्राइम को ट्रेस करने के लिए शासन ने पुलिस व्यवस्था दी थी। इस पुलिस में शहर के आम नागरिको को यातायत सुगम हो इसके लिए यातायात पुलिस भी होती है। थाना, पुलिस बल, अधिकारी कर्मचारी संसाधन भी इस यातायात पुलिस के पास होते है लेकिन शिवपुरी की सडकों पर अस्थाई अतिक्रमण को देखकर और यातायत विभाग की लापरवाही कह ले या कुछ ओर इसको देखकर लगता है कि इस पुलिस के इस विभाग को बंद ही कर देना उचित होगा..
सवाल बडा है, सवाल का जवाब स्वयं शिवपुरी की सडकें देती है। जो सुबह चौडी होती है, और दिन में सुकुड जाती है। शहर में ऐसे कई व्यस्तम मार्ग हैं, जहां यातायात पुलिस अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी के साथ करे तो दिन में सिकुडती सड़कें सुबह की तरह चौड़ी हो सकती है और यातायात अवरूध भी नही होगा, और जनता को परेशानी नही होगी।
धर्मशाला रोड
यह सडक सुबह के समय 40 फुट से ज्यादा होती है। यह सडक चौदह नंबर कोठी से होती हुई कोतवाली रोड पर जाकर मिलती है, इस सडक पर सेनेटरी, इलैक्ट्रिोनिक्स, बैंड बाजे के साथ गारमेंटस की दुकाने है।
इस सडक पर सबसे ज्यादा अतिक्रमण सेनेटरी के व्यवसाईयो ने कर रखा है। इस रोड पर पानी की टंकी पाईप के साथ-साथ बेंडो का अतिक्रमण है। व्यवसाईयो ने पूरी की पूरी दुकाने रोड पर पसार रखी है,यह अस्थाई अतिक्रमण है,अगर यातायात पुलिस स ती करे इस रोड पर अतिक्रमण हटाया जा सकता है।
कोर्ट रोड
कोर्ट रोड शहर का सबसे व्यस्तम मार्ग है। इस कारण प्रशासन ने इसे वनवे कर रखा है। इस रोड पर पेंटस, कपडे और जनरल स्टोर की दुकानें है। यहां पर हाथ ठेलो के साथ-साथ दुकानदारों का रखा समान सडको को सुकडने में मदद करता है। यह रोड सबसे व्यस्त है और इस रोड पर दो पहिया वाहन कही भी खडे होते है। यातायात पुलिस ने यहां कही भी पार्किग जोन नही बनाया है।
सदर बाजार
न्यू ब्लाक से हसं बिल्डिंग की ओर जाने वाली रोड
यह रोड करीब 50 फुट चौडी है। इस रोड पर रेडीमेड फनीचर्स और इलैक्ट्रिोनिक्स की दुकाने है, इस रोड पर अतिक्रमण दुकानदार टैंट गाड़कर भी कर लेते है। फनीचर की दुकानें होने के कारण इस रोड पर दोनों ओर 10-10 फुट फनीचर्स रख कर सड़क पर अस्थाई अतिक्रमण करते है।
इसके अतिरिक्त 14 नं कोठी गोयल मेडिकल वाली रोड पर हाथ ठेलो के आम नागरिकों को निकलने के लिए सडके नही बचती है। टेकरी रोड ,गर्ल्स स्कूल वाली गली में स्कूल केे पास हाथ ठेले, प्राईवेट बस स्टैंड पर हाथ ठेले भी आम नागरिको को परेशानी का कारण बनते है।
कहने को भारी वाहन नगर प्रवेश वर्जित है,लेकिन लोकल ट्रांसपोर्टो के ट्रक बडी ही आसानी से शहर में प्रवेश कर जाते है। सबसे बडा चमत्कार झांसी तिराहे की आयरनो की दुकानो पर होता है,जहां दिनदहाडे सरियो से भरे ट्रक अनलोड होते है,और इन ट्रको से मात्र 200 मीटर की दूरी पर यातायात पुलिस के अफसर टूव्हीलर चालको के चालन काटते दिखाई देना एक आम बात है।
ऐसा नही है कि इस यातायात की दुरूस्त करने के लिए पूरा का पूरा एक महकमा शिवपुरी पुलिस के पास है जिसका नाम है यातायात पुलिस। इसके पास अपना एक थाना है। अफसर है कर्मचारी भी है। संसाधन भी है। लाखो रूपए वेतन हर माह ,लेकिन यह पुलिस पता नही क्या काम करती है। शिवपुरी की इस ट्रेफिक और अस्थाई अतिक्रमण को देखकर यातयात विभाग का कार्य शुन्य दिखाई देता है। अगर शुन्य है तो पुलिस के इस विभाग को बंद कर देना चाहिए...