बहू के मायके के 5 लोगो को जिंदा जलाने वाले चरित्रहीन जेठ पर 307 का मामला दर्ज

शिवपुरी। बीती रात्रि मनियर क्षेत्र में अपने भाई की पत्नि के मायके में आकर मायके के परिजनो को जिंदा फुकने वाले चरित्रहीन जेठ  पर कोतवाली पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है।

मनियर क्षेत्र में हुई आज इस हद्वय विदारक सामूहिक आग लगाने वाले इस काण्ड की चर्चा पूरे शहर में है। मनियर में जगदीश राठौर सामान्य से भी कम हैसियत का व्यक्ति है और उसका यहां जीर्णशीर्ण मकान बना हुआ है। मकान के एक कमरे में जगदीश राठौर अपनी पत्नी गीता, पुत्री लक्ष्मी और सरस्वती तथा पुत्र महेश के साथ सो रहा था।

दूसरे कमरे में जगदीश का एक पुत्र रामेश्वर अपनी पत्नी के साथ सो रहा था। बताया जाता है कि रात आरोपी जेठ रामवीर अपने बहनोई पप्पू के साथ मोटरसाइकिल से उनके घर पर आया और उसने सबसे पहले कमरे की बाहर से कुंदी लगा दी।


बाद में खिड़की का दरबाजा हटाकर पेट्रोल अंदर छिड़क दिया, साथ ही दरबाजे के नीचे से भी पेट्रोल उड़ेल दिया और आग लगा दी। पेट्रोल ने आग पकड़ ली और अंदर सो रहे उसके माता-पिता, ााई और दोनों बहनें गंभीर रूप से झुलस गईं और चींखने की आवाजें आने लगीं।

इस चीख पुकार को सुन पास के कमरे में सो रही जगदीश का बडा पुत्र रामेश्ववर ने यह चीख पुकार सुनी तो उसने दरवाला खोला तो अपनी बहन का जेठ रामलखन राठौर और उसके जीजा को भागते देखा। इसके बाद रामेश्वर ने पडौसियों की मदद से अपने परिजनो को बचाया और अस्पताल ले गए।

डॉक्टरों ने गंभीर हालत देखते हुए लक्ष्मी के पिता को छोडकर सभी घायलो को ग्वालियर रैफर कर दिया। आग इतनी भीषण थी कि लोहे के दरबाजे भी जल गये। कमरे में अंदर रखी टीवी, पलंग और अन्य उपयोगी सामान भी जलकर राख हो गया। इस घटना के बाद पूरे मनियर क्षेत्र में दहशत का माहौल निर्मित हो गया।


जेठ रामलखन अपने भाई कि पत्नी पर बना रहा था अनैतिक संबध का दबाब
मनियर निवासी जगदीश राठौर की सुपुत्री लक्ष्मी का विवाह दो वर्ष पूर्व विजयपुर जिले के ग्राम टेंटरा में रामलखन राठौर के साथ हुआ था। रामलखन बैंगलोर में रहकर किसी टाइल्स कंपनी में काम करता है। जहां लक्ष्मी भी उसके साथ बैंगलोर चली गई और बाद में वह अपनी ससुराल लौट आई।

बताया गया है कि इस बार लक्ष्मी को पति अकेले ही बैंगलोर गया हुआ था वह अपनी पत्नि को अपने ही घर छोड गया,तो ईधर मोका पाकर लक्ष्मी का जेठ रामलखन उससे हरकते करने लगा और अनैतिक सबधं रखने का दबाब बनाने लगा इस कारण चैत्र की नवराात्रि में लक्ष्मी अपने मायके आ कर रहने लगी और बिना पति के ससुराल नही जा रही थी।

कल लक्ष्मी के पति के बिना उसके ससुराली उसे ससुराल लेने लक्ष्मी के मायके आ गए ओर लक्ष्मी के पिता सहित अन्य परिजनो से अपने दमाद के बिना लक्ष्मी को नही भेजा इस कारण लक्ष्मी के जेठ रामलखन ने इस सामूहिक आग्रि काण्ड को रूप दे दिया।

इनका कहना है
एफएसएल की टीम मौके पर छानबीन कर रही है, वहीं घायलों के मृत्युपूर्व कथन भी लिये गये हैं। घायलों का कहना है कि लक्ष्मी के जेठ ने इस घटना को अंजाम दिया है। वहीं परिजनों का आरोप है कि आरोपी लक्ष्मी पर बुरी नजर रखता था। फिलहाल रामलखन के खिलाफ हत्या का प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है और जांच के बाद ही इस प्रकरण में कुछ और कहा जा सकेगा।
एमएल छारी, पुलिस अधीक्षक शिवपुरी