शिवपुरी। नगरपालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह के नेतृत्व में कांग्रेसी दो साल पूर्व माधवचौक चौराहे से बेदखल हुई माधौ महाराज की प्रतिमा को पुन: स्थापित करवाने की पहल कर रहे हैं, लेकिन तकनीकी उलझनों के कारण पुलिस से उन्हें प्रतिमा नहीं मिल पा रही है।
हालांकि प्रतिमा सतनवाड़ा थाने के मालखाने में जमा है, लेकिन एसपी एमएल छारी का कहना है कि जब तक उन्हें प्रतिमा को वापस देने का कोई आदेश नहीं मिलेगा तब तक वह उसे कैसे किसी के सुपुर्द कर पाएंगे। उनके अनुसार यह भी नहीं पता कि उक्त प्रतिमा किसने थाने में रखवाई है। इससे माधौ महाराज की प्रतिमा को पुन: स्थापित करने की मुहिम थम गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग दो साल पहले उत्सव हत्याकाण्ड के दौरान उपद्रवी तत्वों ने माधवचौक से माधौ महाराज प्रथम की प्रतिमा को उखाड़कर उसे आग के हवाले कर दिया था। बाद में उस प्रतिमा को जब्त कर सतनवाड़ा थाने के मालखाने में जमा करा दिया।
बताया जाता है कि मई 2013 में सतनवाड़ा थाने के तत्कालीन प्रभारी ने उस समय की नपाध्यक्ष रिशिका अष्ठाना को पत्र लिखकर उनसे प्रतिमा को सुपुर्द में लेने का आग्रह किया था, लेकिन नगरपालिका ने उस पत्र का जबाव देते हुए कहा कि उनके पास प्रतिमा की रिपेयरिंग की कोई व्यवस्था नहीं है इसलिए वह उसे अभी अपनी सुपुर्दगी में नहीं ले रहे, लेकिन कांग्रेस की नगरपालिका बनने के बाद नपाध्यक्ष ने प्रतिमा को पुन: स्थापित करने की पहल शुरू की।
इस मुहिम में सांसद प्रतिनिधि हरवीर सिंह रघुवंशी, शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राकेश गुप्ता और युवक कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष विजय शर्मा ने उन्हें सहयोग दिया। प्रतिमा को अपनी कस्टडी में लेने हेतु इस टीम ने कलेक्टर और एसपी को पत्र लिखा।
नपाध्यक्ष कुशवाह का कहना है कि उन्हें सतनवाड़ा के थाना प्रभारी ने आश्वस्त किया था कि वह प्रतिमा उन्हें सौंप देंगे, लेकिन बाद में उन्होंने प्रतिमा सौंपने से इनकार कर दिया और पुलिस अधीक्षक छारी ने कहा कि बिना किसी वैधानिक आदेश के वह प्रतिमा उन्हें नहीं देंगे।
मूर्तिकार को लेकर कांग्रेसी थाने में पहुंचे थे
नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह को भरोसा हो गया था कि सतनवाड़ा पुलिस उन्हें माधौ महाराज की प्रतिमा सौंप देगी। इसी कारण कांग्रेसी मूर्तिकार को लेकर थाने पहुंचे थे जहां मूर्तिकार ने उनसे कहा था कि वह प्रतिमा को पूरी तरह दुरूस्त कर देंगे, लेकिन प्रतिमा न मिलने से कांग्रेसी निराश हो उठे हैं।