धर्म परिवर्तन कराने वालों को भी तो पकड़ो यारो

शिवपुरी। खानियाधाना धर्म परिवर्तन मामला पूरे प्रदेश में छाया है इस धर्मपरिवर्तन मामले में तुलाराम और उसका परिवार रोज सीन बदल रहा है। पहले मुसलमान बना, फिर शपथपत्र देकर हिन्दू बनने आ गया, मामला दर्ज हुआ तो फिर मुसलमान हो गया। अब धर्म परिवर्तन के बदले रिश्वत की पेशकश का खुलासा हुआ है।

प्रशासन ने भी ऐहतियात खानियांधाना से 6 किलोमीटर दूर इस बुर्करा गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया है कल शिवपुरी सामाचार डाट कॉम ने भी इस मामले में एक खबर प्रकाशित की थी और हिन्दु भी कर सकते है धर्म परिवर्तन कल तक तुलाराम का परिवार कह रहा था कि हिन्दु धर्म मे भेद भाव होता है और हमें भगवानो के मंदिरो में नही जाने दिया जाता हे।

इस बात की खंडऩ प्रशासन ने किया की ऐसी कोई भी कंपलैट आज तक थाने में नही आई है। यही परिवार ऐसी बात क्यों कर रहा है ओर भी कर्ई परिवार इस परिवार मं गांव में रहते है। कल तक लग रहा था कि इस परिवार के लोगो का ब्रेनबॉश किया गया है ओर हिन्दु धर्म के खिलाफ इन्है भडकाया जा रहा है।

परन्तु आज सीन बदल गया इस परिवार के द्वारा की गई बात कि हमे भगवान के मंदिरो पर नही जाने दिया जाता लेकिन इसी गांव के दलित परिवारो ने चंदा कर एक मंदिर बनवाया है फिर ये मंदिर वाली बात कैसे सत्य हो सकती है।

ग्वालियर से प्रकाशित एक सामाचार पत्र के अनुसार धर्मपरिवर्तन करने वाले तुलाराम जाटव के ताऊ के हवाले से एक खबर प्रकाशित की है कि उनको भी धर्म परिवर्तन करने के लिए एक लाख रूपये का ऑफर एक बकरा व्यापारी नीलू ने दिया था। यहां लगता है धर्मपरिर्वन करने वालो का पहले तो ब्रेनवॉश किया गया है और पैसा भी दिया गया है।

यहां शिवपुरी सामाचार डाट कॉम का कहना है कि कोई भी पैसा देकर या दबाब मे करवाया गया कार्य संवैधानिक नही होता है इसलिए कानून में धर्मपरिवर्तन के मामले मेे कलेक्टर की अनुमति लेना आवश्यक किया था,कलेक्टर जांच करवाने के बाद ही इसकी अनुमति देते हे।

यह पैसा लेकर और असंवैधानिक रूप से धर्म परिवर्तन करने पर मामला दर्ज हो गया परन्तु पैसा देकर और भोल भाले नागरिको को अपने धर्म के खिलाफ कर ब्रेनबॉश कर धर्म परिवर्तन कराने वाले को पुलिस ने अभी तक नही पकड़ा है,और ना ही कोई कार्यवाही की है,और ना ही यह जानकारी लगा पाई है कि यह धर्म परिवर्तन किसने कराया है और कहा करवाया गया है। यह सवाल सभी के मन मं है।