यौनपीड़िता महिला कर्मचारी पर अफसर का हमला, गवाहों को भी पीटा

शिवपुरी। महिला वार्डन के यौनशोषण का आरोप झेल रहे वन विद्यालय के संचालक टीएस सूलिया का मामला जैसे ही विधानसभा पहुंचा और अपनी फजीहत होते देख अपना आपा खो बैठे। महिला वार्डन से लड़कियों की डिमांड रखने वाले संचालक व वन विभाग प्रशिक्षुओं ने महिला की पिटाई लगाई व साथ ही साथ इस मामले के गवाहों में महिला व अन्य चार लोगों को भी पीटा।

मामला इस प्रकार है कि बीती 6 मई महिला वार्डन रेणु ने अपने वरिष्ठ अधिकारी वन विद्यालय संचालक टी.एस.सूलिया पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए। इस मामले की जानकारी के लिए भोपाल से भी विभाग के अधिकारी आए और जांच की। इसके बाद यह मामला 28 मई को विधानसभा में भी विधायक करैरा शकुन्तला खटीक द्वारा उठाया गया। मामले की शिकायत महिला आयोग को भी की गई। यह सब चल ही रहा था कि तभी वन विद्यालय संचालक ने जब अपने पर बन आई तो उन्होंने इस मामले को दबाने व पीडि़ता पर अनावश्यक दबाने बनाने का प्रयास किया।

जब अधिकारी इसमें सफल नहीं हुआ तो उसने ना केवल भरे वन विद्यालय प्रांगण में महिला रेणु के साथ मारपीट की वरन् इस मामले में अन्य गवाहों को भी पीटा गया। यह सब वन विद्यालय संचालक के इशारे पर किया गया जहां प्रशिक्षुओं ने इस घटना को अंजाम दिया। घटना में पीडि़ता महिला इतनी घायल हो गई कि उसके मुंह से आवाज तक नहीं निकल रही। ऐसे में गवाहों को बहकाना व दबाब बनाने का कार्य भी इस अधिकारी द्वारा किया गया। ऐसे में अधिकारी के इस मनमानेपूर्ण रवैये से पीडि़ता व उसके गवाहों में रोष व्याप्त है।

स्वयं को बचाने कर्मचारी संगठन पर मढ़ा आरोप
गत दिवस वन विद्यालय में हुए हंगामे के बाद वन विद्यालय के डायरेक्टर टीएस सूलिया ने वन कर्मचारी संगठन के सदस्यों पर मामले को तूल देने और पूरी घटनाक्रम में महिला को इस्तेमाल किए जाने और करैरा विधायक शकुंतला खटीक द्वारा विधानसभा में लगाए गए प्रश्न को लेकर आरोप मढ़ा है। अपनी गलतियों को नजरअंदाज करते हुए इस अधिकारी श्री सूलिया ने पूरी घटना का ठीकरा वन कर्मचारी संगठन पर फोड़ते हुए अपने आप को निर्दोश करार दिया। साथ ही महिला और उसके परिजनों पर घटना को अंजाम देने की पूर्व नियोजित तैयारी किए जाने का आरोप लगाया।

उठी स्थानांतरण की मांग
म.प्र.वन कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष दुर्गा ग्वाल व मप्र कर्मचारी कांग्रेस के जिला संगठक चंद्रशेखर शर्मा ने वन विद्यालय के डायरेक्टर द्वारा महिला और उसके परिजनों की मारपीट करने की घटना की निंदा की है और उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर अधिकारियों का रवैया कर्मचारियों के प्रति ऐसा रहा तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे। उन्होंने कल हुई मारपीट की घटना में दोषी वन विद्यालय के डायरेक्टर को दण्डित करने और उनके स्थानांतरण की मांग स्थानीय प्रशासन और शासन से की है।

पढि़ए 06 मई को शिवपुरी समाचार.कॉम ने किया था यह समाचार प्रकाशित-