बरसात न होने से किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें

शिवपुरी। आसमान में रोजाना बादल छाते हैं और आशा बंधती है कि पानी गिरेगा, लेकिन समय के साथ-साथ उक्त आशा धूमिल होने लगती है। जून माह समाप्त होने को है और अभी तक बरसात न होने से किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें छाने लगी हैं।
बरसात न होने से वे बौनी नहीं कर पाए हैं। वहीं गर्मी का प्रकोप भी बढऩे से नागरिक परेशान हैं। मौसम वैज्ञानिक भी इस बार कम वर्षा की भविष्यवाणी कर रहे हैं। 

शिवपुरी में मानसून प्रतिवर्ष 15 जून के आसपास आ जाता है और इसके पूर्व भी मानसून पूर्व वर्षा हो जाती है जिससे किसान बौनी कर लेते हैं। लेकिन इस बार शिवपुरी में जबरदस्त गर्मी पड़ी और नौतपा के बाद तो गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। आज भी गर्मी का प्रकोप जारी है। गर्मी और उमस ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है और मानसून आने का नाम नहीं ले रहा। पिछले एक सप्ताह से शायद ही कोई दिन ऐसा हो जब आसमान में बादल न छाते हों, लेकिन पानी नहीं बरसता। किसानों ने आशंका जाहिर की है कि यदि जल्द ही पानी नहीं आया तो सूखा के प्रकोप को झेलना पड़ सकता है। जिले में कहीं भी अभी तक वर्षा नहीं हुई है।