शिवपुरी के जनमानस सहित पशु पक्षी भी कर रहे हैं करूण रूंदन

शिवपुरी-शिवपुरी के जनमानस में यह अमिट छाप छोड़ गया मृतक उत्सव गोयल जिसने अभी अपनी जिंदगी की शुरूआत भी नहीं देखी कि वह दुनिया से अलविदा हो गया। इस अनमोल से बालक की मृत देह ना केवल जनमानस को झकझोर रहीं है बल्कि पशु पक्षी भी इस बालक की मौत पर करूण रूंदन कर रहे है। देखा जाए तो यह गलत भी नहीं है क्योंकि जनमानस की भावनाओं को झकझोर देने वाले इस मामले ने समूचे शिवपुरी को फिर से जगा दिया है।

एक बालक की मौत पर मच रहे उपद्रव ने शिवपुरी में यह  बता दिया कि यहां बालक हो अथवा बालिका लेकिन मन की भावनाऐं सभी की जैसी है। अल्प समय में ही मौत के मुंह में समाए बालक की हत्या जैसे जघन्य हत्याकाण्ड के आरोपियों के हाथ भी उसय नहीं कांपे होंगें जब उन्होंने उत्सव को मौत के घाट उतार दिया। घटना ने पूरी शिवपुरी को हिलाकर रख दिया। खबर लगते ही शहर में तोडफ़ोड़, पुलिस पर पथराव, एसपी से झूमाझटकी तो कहीं एसडीओपी की गाड़ी में आग, ये वीभत्स दृश्य वे हैं जो यहां की बानगी को बता रहे है कि एक पिता ने अपने मासूम को खो दिया और उसकी भावनाओं से पूरा शहर आहत है।

यहां पुलिस के ढिलमुल रवैये ने यह हालात बिगडऩे पर विवश किया और भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को अपने अपने वज्र वाहन सहित हजारों की संख्या में पुलिस बल और उनके द्वारा की गई हवाई फायरिंग और अश्रु गैसे के गोले तक पुलिस को छोडऩे पड़े। आमजन का गुस्सा यहां भी नहीं रूका और उन्होंने माधवचौक पर पुलिस के सुरक्षा कवच को तोड़ा, तो शहर की रौनक स्व.माधौ महाराज की प्रतिमा को भी ना केवल क्षतिग्रस्त किया बल्कि उसे पटकककर आगे के हवाले भी कर दिया। समीप ही पुलिस सहायता केन्द्र और एटीएम और अन्य वाहनों को आगे के हवाले कर दिया।

ऐसे अराजकतपूर्ण हालातों में काबू करने वाली पुलिस मौके पर तो नहीं मिली लेकिन जब इस भीड़ को रोकने का प्रयास किया तो वह भी विफल नजर आया। घटना के बाद मंगलवार सुबह भी हालात में सुधार ना के बराबर देखने को मिला और पुलिस ने धारा 144 का लाभ उठाते हुए आमजन पर भी अपनी बर्बरता का प्रहार कर डाला। लेकिन समय की करवट बदलती गई और फिर उस मासूम के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया तब कहीं जाकर ऐसा लगा की शहर की शांत फिजा फिर से वापिस आ गई हो।