मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में कोचिंग टीचर ने 12वीं की छात्रा से रेप की कोशिश की। छात्रा ने टीचर के हाथ में दांत से काट खुद को बचाया और कमरे से भाग निकली। छात्रा से टीचर के फोन पर माफी मांगने का एक ऑडियो भी सामने आया है। छात्रा और उसके परिवार ने पुलिस में शिकायत की, लेकिन अब तक रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई।
मामला मुरैना के जौरा का है। पीड़ित 17 साल की छात्रा कोचिंग टीचर से फिजिक्स पढ़ने जाया करती थी। छात्रा का कहना है कि वह तीन दिन तक कोचिंग नहीं गई थी, इसलिए सर ने उसे संडे के दिन कोर्स कवर कराने का कहकर बुलाया था। तीन दिन बाद शनिवार को मैं कोचिंग गई थी। सर से कहा कि तीन दिन तक नहीं आई हूं, इसलिए मेरा कोर्स कवर करा दीजिए। सर ने कहा कि संडे वाले दिन दोपहर 1 बजे आ जाना। संडे को दोपहर 1 बजे कोचिंग पहुंची। सर ने कहा- बेटा तुम हमारे घर पर चलो, मेरा मन नहीं लग रहा है। मैंने पूछा क्यों? सर बोले- मुझे घर पर कुछ काम है, मैं काम करता रहूंगा, तुम पढ़ती रहना।
मैंने कहा कि मैं वहां पर नहीं जा सकती। फिर सर बोले कि ठीक है यहीं पढ़ो। जब 1 घंटा हो गया और मैं जाने को हुई तो सर ने एकदम से कोचिंग के कमरे का गेट बंद कर दिया। मुझे पीछे से पकड़ लिया और अपनी ओर खींचने लगा। मैंने सर का मुंह पकड़ लिया और उसके हाथ में दांत से काट लिया। इसके बाद उसे धक्का देकर गेट खोलकर घर भाग गई। घर पर जाकर अपने भाई को पूरी घटना बताई।
सर : हेलो... छात्रा: बोलो... सर : कह रहा हूं कि सॉरी माफ कर दो, मुझसे गलती हो गई। छात्रा : ...तो सर एक बात बताओ, तुमने गलती कैसे की? सर : बेटा प्लीज माफ कर दे, यह बात चार आदमियों के बीच मत पहुंचाना। न घर पर, न भैया को। तेरे सामने मैं तेरे हाथ जोड़ रहा हूं, पैर पकड़ रहा हूं, आज के बाद तेरे को कुछ नहीं कहूंगा, न टच करूंगा। छात्रा : सर, मैं आपसे पहले बोलती थी कि सर, मुझसे कुछ मत कहा करो, मुझे टच मत किया करो। आपकी वाइफ है, आप उनसे प्यार कीजिए। आप मुझसे क्यों बात करते हैं? मैंने आपको वॉर्न किया था न... सर : बेटा मैंने आपको भी वॉर्न किया था। तीन बार कहा था कि मेरे यहां अकेले में मत आया कर, मेरा दिमाग खराब होता है। तुझसे कहा था न, शायद तुम्हें ध्यान हो...। छात्रा: अकेले, आप कसम खाओ कि आपने ऐसा बोला था...। सर : मैंने तुझसे एक बार बोला था, तू याद कर, तभी बोला था शुरुआत में, मैंने इसी चक्कर में बोला था। छात्रा : मुझे नहीं पता, आपने कब बोला था? सर : चार-पांच दिन पहले बोला था। देख भैया तक बात पहुंच गई, मेरे घर तक आ गई। बस मिसेज तक जाते-जाते रह गई। मेरे पापा तक तो आ गई है। यह भी तुझे बता दूं, मैं...।
छात्रा : ...तो सर, यह तो गलती है न? सर : मुझसे गलती हो गई, तू मुझे माफ तो कर सकती है? छात्रा: पता नहीं... सर : ठीक है, तो भैया-फैया से बात कर, कह दे कि कोई बात नहीं है। भैया से फोन करके बोल देना कि कोई मैटर नहीं है। सभी को पता लग गया है, मेरी स्थिति खराब है। दो, तीन दिन से कोचिंग नहीं पढ़ा पा रहा हूं। इस घटना के बाद मैं खुद को गाली दे रहा हूं। इतनी बड़ी गलती हो कैसे गई, मुझसे। समझ गई क्या बेटा? ठीक है, उनसे कह देगी। जो भी हुआ, उसके लिए माफ करना। न तुझसे कुछ बोलूंगा, न किसी और से बोलूंगा। ठीक है। छात्रा : हां। सर : दोस्त के पापा से कह देना कि बात उन तक ही रहे, किसी से कहें नहीं।
छात्रा अपने पिता और भाई के साथ जब जौरा थाने पहुंची तो उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी गई। उसके बाद मामला एसडीओपी ऋतु कैबरे तक पहुंचा तो उन्होंने छात्रा को गुरुवार को अपने पास बयान लेने के लिए बुलाया है तथा रिपोर्ट लिखे जाने का आश्वासन दिया है।
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