माता पिता के साथ गुरूजनों का सम्मान भी करना चाहिए: प्रभारी मंत्री तोमर | Shivpuri News

शिवपुरी। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के मंत्री और जिले के प्रभारी प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि हमारे देश की प्राचीन परम्परा रही है कि गुरूओं एवं शिक्षकों की दी गई शिक्षा के कारण ही आज हम इस मुकाम तक पहुंचे है। हमारी प्राचीन परम्परा के तहत हमें अपना सम्मान न कराते हुए गुरूजनों का सम्मान करना चाहिए। मंत्री श्री तोमर आज श्रीमंत माधवराव सिंधिया महाविद्यालय में आयोजित केरियर अवसर (रोजगार मेला) के कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। 

कार्यक्रम में जिला कांग्रेस अध्यक्ष बैजनाथ यादव, विधायक करैरा जसबंत सिंह जाटव, विधायक पोहरी सुरेश राठखेड़ा, सांसद प्रतिनिधि हरवीर सिंह रघुवंशी, कोलारस के नगर पंचायत के अध्यक्ष रवीन्द्र शिवहरे, नगर पालिका शिवपुरी के उपाध्यक्ष अनिल शर्मा अन्नी, कांग्रेस के जिला कार्यवाहक अध्यक्ष राकेश गुप्ता, सिद्धार्थ लढ़ा, केशव सिंह तोमर आदि उपस्थित थे। 

प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इतिहास में उन लोगों के नाम ही दर्ज होते है, जिन्होंने अपने लिए नहीं बल्कि समाज के लिए कुछ दिया है। हम सभी लोग माँ सरस्वती एवं स्वामी विवेकानंद जी को इसलिए स्मरण करते है कि वे पूज्यनीय होने के साथ-साथ उन्होंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन अपने लिए नहीं बल्कि समाज उत्थान के लिए किया। 

उन्होंने छात्र-छात्राओं से आग्रह किया कि वे माता-पिता के साथ गुरूजनों को भी पूर्ण सम्मान दें। उनके द्वारा बताई गई बातों को जीवन में आत्मसात करें। श्री तोमर ने कहा कि महाविद्यालय के 10 ऐसे छात्र-छात्राएं जिन्होंने विभिन्न परीक्षाओं की मैरिट सूची में स्थान प्राप्त किया है, उन्हें प्रत्येक को 2 हजार रूपए की राशि देने के साथ-साथ सम्मानित भी किया जाएगा और अपनी शिक्षा को आगे बढ़ा सके, इसके लिए हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। 
श्री तोमर ने कहा कि क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुझे जिले की जनता की सेवा करने का अवसर दिया है। उन्होंने महाविद्यालय की समस्याओं का निदान करने का आस्वासन देते हुए कहा कि जनभागीदारी योजना के तहत महाविद्यालयों को 98 लाख की राशि उपलब्ध कराने की कार्यवाही की जाएगी। 

उन्होंने कहा कि महाविद्यालय  श्रीमंत माधवराव सिंधिया के नाम पर होने के कारण महाविद्यालय के प्रांगण में स्व.माधवराव सिंधिया की मूर्ति स्थापित की जाना चाहिए। इस मौके पर उन्होंने छात्र-छात्राओं से भी चर्चा कर उनकी समस्याओं का निराकरण किया। कार्यक्रम के शुरू में संस्था के प्राचार्य श्री महेन्द्र कुमार ने महाविद्यालय की समस्याओं से अवगत कराते हुए विधि महाविद्यालय की जमीन आवंटन उपलब्ध कराने का आग्रह किया।