शिवपुरी। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती अनुग्रहा पी ने सभी जिला अधिकारियों एवं लोकसभा निर्वाचन 2019 हेतु नियुक्त किए गए नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि लोकसभा निर्वाचन हेतु उन्हें सौपे गए दायित्वों को पूरी निर्भिकता, पारदर्शिता एवं निष्पक्षता के साथ संपादित कराए। इसके लिए अधिकारी अपने आप को अभी से तैयार करें।
श्रीमती अनुग्रहा पी ने आज जिलाधीश कार्यालय के सभाकक्ष में लोकसभा निर्वाचन की तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के संबंध में आयोजित बैठक में जिला अधिकारियों एवं नोडल अधिकारियों को सौंपे गए दायित्वों की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में अपर कलेक्टर श्री अशोक कुमार चौहान, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री राजेश जैन, उपजिला निर्वाचन अधिकारी श्री मकसूद अहमद सहित लोकसभा निर्वाचन हेतु नियुक्त किए गए नोडल अधिकारी आदि उपस्थित थे।
श्रीमती अनुग्रहा पी ने लोकसभा निर्वाचन 2019 के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों से अवगत कराते हुए कहा कि लोकसभा निर्वाचन 2019 हेतु अधिकारियों को जो दायित्व सौपे गए है, वह पूरी मुश्तैदी, ईमानदारी, निष्ठा, निष्पक्षता एवं पारदर्शिता के साथ आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए कार्य संपादित करें।
उन्होंने निर्देश दिए कि संपत्ति विरूपण अधिनियम अवैध शराब बिक्री, अवैध परिवहन जैसी कार्यवाहियां अभी से शुरू करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसे असामाजिक तत्व जो मतदाता को डरा एवं धमका सकते है, उनको अभी से चिहिंत कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने मतदान दलों को मतदान केन्द्रों तक जाने एवं वापस आने हेतु मार्ग के दुरूस्तीकरण, मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं के लिए मूलभूत सुविधाएं, दिव्यांगों के लिए रैम्प, प्रवेश द्वार आदि का भी मतदान केन्द्रों को अपनी भ्रमण रिपोर्ट में दें।
उन्होंने स्वीप प्लान की गतिविधियों की समीक्षा करते हुए सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक विभाग प्रति सप्ताह जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर मतदाताओं को जागरूक करने हेतु कम से कम एक गतिविधि आवश्यक रूप से आयोजित करें। जिससे लोकसभा निर्वाचन में सभी मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकें।
श्रीमती अनुग्रहा पी ने बताया कि शिवपुरी-गुना संसदीय क्षेत्र के लिए नाम निर्देशन पत्र जिला मुख्यालय शिवपुरी में लिए जाएगें। इसके लिए समन्वय हेतु नियुक्त अधिकारी अशोकनगर एवं गुना जिलों के अधिकारियों से सतत समन्वय बनाकर संपर्क में रहें।
उन्होंने बताया कि लोकसभा निर्वाचन हेतु उपयोग में होने वाली इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन के प्रथम चरण की जांच (एफएलसी) 28 फरवरी 2019 को की जाएगी। बैठक में मास्टर ट्रेनर्स की नियुक्ति, मतदान दलों का प्रशिक्षण, व्यय लेखा टीम, एमसीएमसी कमेटी का गठन, एफएसटी, एसएसटी टीम, कम्यूनिकेशन प्लान, वीडियोग्राफी आदि की समीक्षा की गई।
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