शिवपुरी। नियमो को उलझाकर जिला अस्पताल के पूर्व सिविल सर्जन डॉ.गोविन्द सिंह सिविल सर्जन की कुर्सी पर डट गए। अब यह मामला फिर सुर्खियो में आ गया है,बताया जा की जिले के सीएमएचओ कार्यालय से फिर डॉ गोविंद सिंह के निलबंन से भरा एक नोटिस थमाया गया है। यह बता दें कि बीते दिनों डॉ. गोविंद सिंह का एक वीडियो सामने आया था जिसमें वे अस्पताल में अपनी सीट पर बैठे थे और उसी दौरान बातचीत में पीएम नरेन्द्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को अपशब्द कहते दिखाई दे रहे थे। मामला अखबार सहित अन्य माध्यमों में उछला तो पुलिस ने इसी मामले में कलेक्टर की ओर से आए आवेदन को अधार बनाकर डॉ. सिंह के विरूद्ध केस दर्ज कर लिया था। और इसके बाद ग्वालियर कमिश्नर बीएम शर्मा ने उन्हें निलंबित कर दिया था। निलंबन आदेश जब घर पर भेजा गया तो वे घर पर मौजूद नहीं थे और नोटिस घर पर ही चस्पा कर दिया गया।
बाद में डॉ. सिंह ने कोर्ट में हाजिर हुए थे जहां उन्हें जमानत मिल गई थी। इस मामले को जब 45 दिन पूरे हुए तो डॉ. सिंह सक्रिय हुए और जिला अस्पताल में आमद दर्ज कराते हुए इस आशय की जानकारी का पत्र भी अस्पताल प्रबंधन को सौंपा कि उन्हें 45 दिन में निलंबन को लेकर कोई आरोप पत्र नहीं दिया गया है इसलिए वे सेवा पर उपिस्थत हुए हैं।
दरअसल इसी पत्र को लेकर आज सीएमएचओ ने डॉ. सिंह को नोटिस भेज दिया है जिसमें लिखा गया है कि 45 दिन की अवधि में उन्हें दो बार आरोप पत्र भेजे गए। एक बार उन्होंने आरोप पत्र नहीं लिया था, जबकि दूसरी बार ले लिया था। इसलिए डॉ. सिंह ने जो पत्र अस्पताल में देकर लिखा है कि उन्हें आरोप पत्र नहीं मिला, यह बात पूरी तरह गलत है और इसलिए उन्हें सेवा में फिलहाल वापस नहीं लिया जा सकता।
Social Plugin