शिवपुरी। जिला अस्पताल शिवपुरी अव्यवस्थाओं को लेकर पूर्व से चर्चित बना रहता था लेकिन जिलाधीश शिल्पा गुप्ता एवं रोगी कल्याण समिति के अध्यक्ष द्वारा आम जनता को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ बेहतर मिल सके इस हेतु जिला अस्पताल में व्यवस्थाओं में बदलाव हेतु सिविल सर्जन को निर्देशित किया इसीक्रम में पांच मंजिला भवन पिछले काफी दिनों से बनकर तैयार था लेकिन इसका उपयोग नहीं हो पा रहा था।
वर्तमान सीएस द्वारा उपयोग लेते हुए द्वितीय एवं तृतीय तल पर आर्थोपेडिक एवं सर्जरी के मरीजों को सिफ्ट किया गया। वहीं पूर्व के भवन में महिलाओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जच्चा खाना बनाया गया हैं इतना ही नहीं महिलाओं की पीड़ा को समझते हुए इन वार्डों में पूर्व में 90 पलंग हुआ करते थे। इस कारण महिलाओं को एक-एक पलंग पर दो-दो मरीजों को डालना पड़ता था।
इसके बाद भी जगह कम होने के कारण प्रसूताओं कहीं गलियों में लिटाना पड़ता जिससे जिला अस्पताल सारी व्यवस्थायें फैल हो जाती थी न तो जिला अस्पताल में सफाई ठीक से हो पा रही थी। लेकिन इस व्यवस्था में बदलाव किया और व्यवस्था सुदृढ़ बनाने के लिए पूर्व के हड्डी एवं सर्जरी के वार्डों में लगभग 55 पलंग और लगा दिए गए हैं। जिससे गलियों में लगे पलंग भी हट गए और व्यवस्था भी सुचारू रूप से संचालित होने लगी।
ओपीडी पर्चे के लिए भी इधर उधर महिलाओं को नहीं भटकना पड़ेगा अस्पताल परिसर में गेट के पास एक काउन्टर संचालित कर दिया हैं जिससे प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं को ओपीडी पर्चा भी यहीं बन सकेंगे। दर्द से कराहने वाली प्रसूता महिलाओं को भी इस व्यवस्था से राहत मिली हैं।
मरीजों की व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए 11 ओपीडी काउन्टर चालू
वर्तमान सीएस द्वारा उपयोग लेते हुए द्वितीय एवं तृतीय तल पर आर्थोपेडिक एवं सर्जरी के मरीजों को सिफ्ट किया गया। वहीं पूर्व के भवन में महिलाओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जच्चा खाना बनाया गया हैं इतना ही नहीं महिलाओं की पीड़ा को समझते हुए इन वार्डों में पूर्व में 90 पलंग हुआ करते थे। इस कारण महिलाओं को एक-एक पलंग पर दो-दो मरीजों को डालना पड़ता था।
इसके बाद भी जगह कम होने के कारण प्रसूताओं कहीं गलियों में लिटाना पड़ता जिससे जिला अस्पताल सारी व्यवस्थायें फैल हो जाती थी न तो जिला अस्पताल में सफाई ठीक से हो पा रही थी। लेकिन इस व्यवस्था में बदलाव किया और व्यवस्था सुदृढ़ बनाने के लिए पूर्व के हड्डी एवं सर्जरी के वार्डों में लगभग 55 पलंग और लगा दिए गए हैं। जिससे गलियों में लगे पलंग भी हट गए और व्यवस्था भी सुचारू रूप से संचालित होने लगी।
ओपीडी पर्चे के लिए भी इधर उधर महिलाओं को नहीं भटकना पड़ेगा अस्पताल परिसर में गेट के पास एक काउन्टर संचालित कर दिया हैं जिससे प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं को ओपीडी पर्चा भी यहीं बन सकेंगे। दर्द से कराहने वाली प्रसूता महिलाओं को भी इस व्यवस्था से राहत मिली हैं।
मरीजों की व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए 11 ओपीडी काउन्टर चालू
वैसे तो पूर्व में भी ओपीडी काउन्टर चालू थे लेकिन मरीजों द्वितीय मंजिल से अपने मरीजों को दिखाने के लिए इधर उधर भटकना पड़ता था लेकिन अब इस व्यवस्था में भी बदलाव किया और अब जहां मरीज भर्ती हैं वहीं पर ओपीडी काउन्टर चालू कर दिए गए हैं। जिससे मरीज के परिजनों को इधर उधर नहीं भटकना पड़ेगा वहीं मरीजों एवं वृद्धजनों सहित विकलांगों के लिए अलग से काउन्टर संचालित किए गए हैं। जिससे मरीज को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो।
इस तरह रहेगी डॉक्टरों की ओपीडी में बैठने की व्यवस्था
इस तरह रहेगी डॉक्टरों की ओपीडी में बैठने की व्यवस्था
जिला अस्पताल में मरीजों को समय पर परिक्षण किया जा सके इस बात को ध्यान में रखते हुए मेडीकल कॉलेज के चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई हैं कि सोमवार, मंगलवार, गुरूवार, शुक्रवार ओपीडी में बैठकर मरीजों का परीक्षण कर उन्हें स्वास्थ्य लाभ दें। इसके अलावा बुधवार और शनिवार को जिला चिकित्साल के चिकित्सक ओपीडी में बैठकर मरीजों का परिक्षण करेंगे। इसके अलावा जिला अस्पताल में भर्र्ती मरीजों को प्रत्येक दिन परीक्षण के साथ-साथ उनके उपचार विशेष ध्यान रखा जा रहा हैं।
अस्पताल परिसर में लिफ्ट का लाभ भी ले सकेंगे मरीज व चिकित्सकीय स्टाफजिला चिकित्सालय की भव्य पांच मंजिला इमारत में द्वितीय एवं तृतीय तल पर भर्ती मरीज एवं उपचाकराने आने वाले मरीज व जिला अस्पताल के चिकित्सकीय स्टाफ अस्पताल परिसर में लगाई गई दो लिफ्टों में एक लिफ्ट मशीन चालू कर दी गई हैं। जिससे लोगों को आने जाने में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इस बात को ध्यान में रखते हुए उसे भी चालू कर दिया गया हैं। जिससे मरीजों स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
अस्पताल परिसर में लिफ्ट का लाभ भी ले सकेंगे मरीज व चिकित्सकीय स्टाफजिला चिकित्सालय की भव्य पांच मंजिला इमारत में द्वितीय एवं तृतीय तल पर भर्ती मरीज एवं उपचाकराने आने वाले मरीज व जिला अस्पताल के चिकित्सकीय स्टाफ अस्पताल परिसर में लगाई गई दो लिफ्टों में एक लिफ्ट मशीन चालू कर दी गई हैं। जिससे लोगों को आने जाने में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इस बात को ध्यान में रखते हुए उसे भी चालू कर दिया गया हैं। जिससे मरीजों स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
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