
आज जब तीन शव अलग-अलग स्थानों पर मिले हैं, तो पुलिस इस बात को लेकर असमंजस में है कि उन्हें कहां रखवाया जाए। क्योंकि पीएम हाउस का गेट टूटा होने की वजह से यदि उन्हें ऐसे ही रखा गया तो रात में कुत्ते भी शवों को खींचकर ले जा सकते हैं। साथ ही वहां पर भर्ती मरीजों के परिजनों को भी रात के अंधेरे में यह शव दूर से नजर आएंगे।
जब इस संबंध में चर्चा करने के लिए बदरवास बीएमओ को मोबाइल लगाया तो स्विच ऑफ का मैसेज आया। शवों की सुरक्षा के लिए जब कोई व्यवस्था नहीं दिखी तो एसडीओपी कोलारस सुजीत भदौरिया ने वहां पर गार्ड तैनात कर दिए, ताकि शव सुरक्षित रह सकें।