
शादी के कुछ समय बाद राजेश मानसिक रूप से बीमार हो गया। इस कारण भाईजी ने अपनी बेटी की शादी पिछोर के ग्राम अचरौनी में किसी व्यक्ति से कर दी। इसी दौरान कुछ समय पहले राजेश के पिता सिरनाम कुछ माह पहले दरगवां पहुंचे और भाई से बोले कि उसकी बहू हो उसके साथ भिजवाए, लेकिन भाईजी के परिवार वालों ने उसे भेजने से मना कर दिया। इस पर दोनो परिवारो के बीच विवाद चलता रहा और मामले की शिकायत खोड चौकी पुलिस को करा दी गई।
बताया जा रहा है कि कि शनिवार को खोड़ चौकी में दोनों पक्षो के बयान हुए जिसमें रानी ने यह कहते हुए मना कर दिया की राजेश मानसिक रूप से बीमार है। इसके बाद दोनो पक्ष अपने-अपने घर चले गए। मृतक की पत्नी सुखबती का कहना है कि शनिवार को रानी का ससुर चार मोटर साईकलो सेे कई लोगों के साथ उसके घर आया और उसके पति की मारपीट कर उसके साथ ले गए, जहां उसके पति को जिंदा जलाकर उसकी हत्या कर दी गई।
सुखबती के अनुसार उसने इस बात की शिकायत खोड चौकी भी की लेकिन उसकी कोई सुनवाई नही की गई। इसके बाद उसके डायल १०० को इस बात की सूचना दी जिसके बाद रात १० बजे उसके बयान दर्ज किए गए। सुखबती का कहना है कि यादि पुलिस समय पर उसकी सुनवाई कर लेती तो शायद उसकी हत्या नही होती।
इस संबंध में जब मृतक के समधी सरवन से बाती की गई तो उसका कहना है कि वह कल राजीनामा के लिए गए थे, जहां उसके साथ गए एक व्यक्ति ने भाईजी की मारपीट कर दी तो वह उसक बचाने की मंशा से अपने साथ घर ले गया जहां सभी लोगो ने खाना खाया और सो गए। तभी आधी रात मृतक ने स्वंय को आग के हवाले कर आत्महत्या कर ली।
इस मामले में सीहोर थाना प्रभारी हुकुम सिंह मीणा का कहना है कि हमने मृतक भाईजी के मृत्यु पूर्व बयान लिए थे तो उसने मारपीट की बात कही थी। उसने आग स्वंय लगाई थी यह बात उसने स्वीकार की थी। अभी इसी खोड चौकी के प्रभारी से संपर्क नही हो पाया है संपर्क होते ही उनका बयान प्रकाशित कर दिया जाऐगा।