खनियांधाना। जिले भर में हो रही सिलसिलेबार चोरीयों पर अंकुश लगाने में पुलिस अधीक्षक पूरी तरह से फैल साबित हुए है। पुलिस आम्र्स एक्ट सहित शराबीयों की धरपकड़ में लगी हुए है। उधर चोर लगातार बारदातों को अंजाम दे रहे है। बीते रोज खनियांधाना में हुई चोरी को 144 घण्टे पूरे हो जाने के बाद पुलिस हाथ पर हाथ धरें बैठी है। पुलिस की कार्यप्रणाली से अब तो फरियादी पक्ष का भी भरौसा उठ गया। इसी के चलते आज सतेन्द्र प्रताप सिंह और ऋषि प्रताप सिंह ने संयुक्त प्रेस वार्ता बुलाकर राजमहल स्थित रामजानकी मंदिर से 300 वर्ष पुराना स्वर्णकलश जिसकी लगभग 15 करोड़ आंकी गर्ई है।
उस चोरी गए कलश की सुराग देने पर य ढूडऩे वाले को एक लाख एक हजार रूपए का नगद पुरूस्कार दिया जाएगा और यदि वह चाहेगा तो उसका नाम गुप्त भी रखा जाएगा। इसके साथ ही प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि समय रहते कलश नहीं ढूड़ा या उसका कोई सुराग नहीं लगा तो हम क्षेत्र की जनता को अधिक समय तक नहीं रोक पायेंगे और क्षेत्र की जनता आंदोलन करती हैं तो उसकी पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
इस मामले में पुलिस अभी सिर्फ हाथ पैर मार रही है। पुलिस अधीक्षक अहम सबूत हाथ लगने की बात कह रहे है। परंतु अभी तक उक्त चोरी के मामले में पुलिस खाली हाथ है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर की ओर से भी 10 हजार रूपए का इनाम घोषित किया गया है। परंतु अब पुलिस की कार्यप्रणाली पर भरौसा उठने पर सतेन्द्र प्रताप सिंह ने इन चोरों का सुराग बताने बाले आरोपीयों पर एक लाख रूपए का इनाम घोषित किया है।
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