किसानों मेहनत के चलते मप्र गेंहू उत्पाद में बना अग्रणी राज्य: नरेन्द्र सिंह

शिवपुरी। केंद्रीय ग्रामीण विकास, पंचायती राज एवं खान मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार की जनहितैषी योजनाए एवं किसान की मेहनत का ही परिणाम है कि आज मध्यप्रदेश कृषि उत्पादन के क्षेत्र में पंजाब एवं हरियाणा राज्यों को भी पीछे छोडक़र अग्रणीय राज्य बन गया है। गेहूं उत्पादन के क्षेत्र में प्रदेश को लगातार पांच बार कृषि कमर्ण पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है। केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर आज बैराड़ में किसान सम्मान समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रणवीर सिंह रावत ने की। इस मौके पर 51 किसानों का शॉल, श्रीफल एवं पुष्पहार से सम्मान किया गया। 

शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय बैराड़ में आयोजित कार्यक्रम में पोहरी विधायक प्रहलाद भारती, मछुआ कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष राजू बाथम, भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष सोनू बिरथरे, विधायक पोहरी प्रहलाद भारती, पूर्व विधायक नरेन्द्र बिरथरे, रमेश खटीक, ओमप्रकाश खटीक, देवेन्द्र जैन सहित किसान नेतागण उपस्थित थे। 

केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में 2003 के पूर्व 7 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध थी। लेकिन अब शासन की जनहितैषी योजना के कारण 40 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में किसानों को 24 घण्टे बिजली उपलब्ध कराई जा रही है। 

उन्होंने कहा कि आज किसान डीजल पम्प के स्थान पर बिजली की मोटर से अपने खेतों की सिंचाई कर रहे है। राज्य सरकार द्वारा किसानों को जीरो प्रतिशत ब्याज पर ऋण दिया जा रहा है। किसान द्वारा एक लाख का ऋण लेने पर 10 हजार रूपए की उसे छूट भी मिल रही है। ऐसा किसी अन्य प्रदेश में नहीं है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐसे कृषक जिनके द्वारा गत वर्ष समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचा गया था। 

उन्हें इस वर्ष कृषक समृद्धि योजना के तहत 200 रूपए प्रति क्विंटल के मान से प्रोत्साहन राशि उनके खातों में 10 जून को जमा करा जा दी जाएगी। इस वर्ष समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने वाले किसानों को 265 रूपए प्रति क्विंटल के मान से बोनस भी दिया जा रहा है। इसी प्रकार चना मसूर एवं सरसों पर भी 100 रूपए प्रति क्विंटल के मान से राशि भी किसानों को दी जा रही है। मुख्यमंत्री भावांतर योजना के माध्यम से भी किसानों को उनकी उपज का बाजिव दाम भी दिया जा रहा है। 

श्री तोमर ने कहा कि किसान सम्मान यात्रा मथुरा में बलदाऊ के मंदिर से पूजा अर्चना कर शुरू की गई थी। इस यात्रा का प्रदेश के सीमा पर मुरैना में प्रवेश करने पर चम्बल नदी पर मुख्यमंत्री एवं उनके द्वारा अगवानी की गई। किसान यात्रा के माध्यम से प्रदेश में हजारों किसानों का सम्मान किया गया है। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रणवीर सिंह रावत ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश में कृषि लाभ का धंधा बने और किसान की आय में दो गुना वृद्धि हो, इसके लिए किसानों के कल्याण के लिए अनेकों योजनाए संचालित की है।

किसानों को जहां जीरो प्रतिशत ब्याज पर ऋण दिया जाता है, वहीं किसानों की मेहनत के कारण गेहूं उत्पादन के क्षेत्र में पांचवी बार कृषि कमर्ण पुरस्कार प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि किसानों को सिंचाई के लिए भरपूर बिजली भी प्रदाय की जा रही है। भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष सोनू बिरथरे ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में किसानों की मेहनत के कारण ही लगातार पांच वर्षों से कृषि कमर्ण प्राप्त हुआ है। किसानों के मेहनत के कारण ही कृषि एवं उद्यानिकी के क्षेत्र में प्रदेश में ऐतिहासिक उत्पादन दिया है। उन्होंने बताया कि एक अप्रैल से 15 अप्रैल 2018 तक 375 गांव में घर-घर जाकर किसानों से चर्चा कर किसानों की जनहितैषी योजनाओं की जानकारी प्रदाय की और उनका सम्मान किया।