
अभियोजन की कहानी के अनुसार 4 सितम्बर 2014 को शिवपुरी में नई पुलिस लाइन के पीछे (रेलवे स्टेशन के पास) फरियादी नरेन्द्र धाकड़ ने पुलिस को रिपोर्ट की, कि वह उसके पिता श्रीलाल, माँ सुनीता, बहन ज्योति घर में खाना खाकर सो गए थे। रात पौने 12 बजे उसके गेट के बाहर किसी ने धक्का मारा तो वह जाग गए। बाहर से आवाज से आई दरवाजा खोलो हम तुम्हारे रिश्तेदार हैं इस पर फरियादी ने मकान का दरबाजा खोल दिया तथा बदमाश लाठी, सरिया लिये घर में घुस आए। बदमाशों ने उसके पिता की लाठियों और सरियों से मारपीट की। वह तथा बहन ज्योति पिता को बचाने आए तो तीनों बदमाशों ने उनकी भी मारपीट की। बहन के दुपट्टे से पिता के हाथ बाँध दिए।
बदमाशों ने उसके घर के अंदर रखे बैग में से एक जोड़ी चाँदी की पायल चाँदी की करधौनी, आधा तौला सोना, 14165 रुपए, दो मोबाइल सहित अनेक सामान लूट लिया। फरियादी ने बताया कि वह सामने आने पर बदमाशों को पहचान लेगा। उसने एक बदमाश जो काले रंग की टीशर्ट पहना था उसका कान दाँतों से काट लिया था। पुलिस ने इस मामले में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर चालान न्यायालय में पेश किया। मामले में पैरवी शासकीय अभिभाषक योगेन्द्र विजयवर्गीय ने की।
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