कलेक्टर साहब, आपके अधिकारी मुझसे मेरे पति की पत्नि होने का सबूत मांग रहे हैं

शिवपुरी। जिले की पिछोर तहसील के एक विधवा महिला की आर्थिक सहायता करने के आदेश दिए है। पिछोर की विधवा महिला कलेक्टर शिवपुरी के सामने अर्थिक सहायता की गुहार लगाई,और कहा कि मुझे जनपद सीईओ मेरे पति की पत्नि होने से इंकार कर रहे है। कलेक्टर तरूण राठी ने मामले को समझा और मानवीय आधार पर विधवा महिला को अर्थिक सहयता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। 

मंगलवार को कलेक्टोरेट में अपनी शिकायत लेकर पहुंची 28 वर्षीय मीरा जोगी पत्नी प्रभू जोगी का कहना था कि वह 9 महीने से परेशान हो रही है। कई बार जनपद पिछोर के चक्कर काट चुकी है पर कोई सहायता नहीं मिली। पति की मौत के बाद बेटी पूनम 05 वर्ष और मुस्कान 01 वर्ष का पालन करना मुश्किल हो रहा है। जनपद सीईओ पिछोर पर मानसिक प्रताडना के आरोप लगाकर महिला ने कहा कि वह नहीं चाहते कि उनके परिवार को सहायता मिले। इसलिए परेशान किए हुए हैं। 

कलेक्टर ने इस प्रकरण में सुनवाई उपरांत सीईओ जनपद को जांच के आदेश दिए। साथ ही आदिम जाति विभाग के अधिकारी माथुर को मनिहारी दुकान के लिए इसका प्रकरण मानवीय आधार पर बनाकर प्रस्तुत करने को कहा। 

2 शादी हुई है मृतक की 
सीईओ लोकेश कुमार से जब इस संबंध में मिडिया ने बात की तो बोले कि महिला के पति की तकरीबन एक साल पहले मौत हो गई। मौत दूसरी जगह हुई है और हमें यह पता चला है कि इसकी दूसरी शादी है। यह परिवार सहायता राशि लेना चाहती है। 

हमने तो मामला नगर पंचायत को ही सुलझाने को कहा है। बिना जांच पड़ताल के सहायता कैसे मिले। हमने तो कागजात मांगे है। इनके पास न तो पिछोर का वोटर कार्ड है और न ही आधार। वैसे अब मामला नगर पंचायत को डील करना है। वह जांच करा रहे है। 

इनका कहना है
हम मामले की जानकारी ले रहे है। प्रथम दृष्टया जांच में दस्तावेज न होने की बात है और मानवीय आधार पर फिर भी हम इस महिला की मदद के लिए आदिम जाति के श्री माथुर को बोल चुके हैं। 
तरुण राठी,कलेक्टर शिवपुरी